उत्तराखंड के शहीद जवान विपिन सिंह. (Image:Twitter)
पौड़ी गढ़वाल. उत्तराखंड का एक वीर जवान भारत चीन बॉर्डर के लिहाज से अहम लोकेशन सियाचिन में शहीद हो गया, जिसका पार्थिव शरीर पौड़ी ज़िले के गांव में पहुंचा तो राज्य के मुख्यमंत्री सीएम धामी ने गांव पहुंचकर श्रद्धांजलि दी. मंगलवार को धामी पाबौ ब्लॉक में स्थित धारकोट गांव पहुंचे और शहीद हुए जवान विपिन सिंह गुसाईं को श्रद्धांजलि देते हुए विपिन के नाम पर एक सड़क और एक स्कूल का नाम रखे जाने की घोषणा की. दूसरी तरफ, राज्य सरकार के साथ ही उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं ने भी विपिन को श्रद्धांजलि दी.
धार्मिक तीर्थों के साथ ही सेना में सेवाएं देने वाले जवानों और अफसरों की भूमि के तौर पर उत्तराखंड की पहचान रही है. इसी भूमि से ताल्लुक रखने वाले 24 वर्षीय जवान विपिन सिंह गुसाईं 57 बंगाल इंजीनियरिंग में थे, जिन्हें पिछले दिनों बेहद ठंडे मौसम वाले सियाचिन में तैनात किया गया था. खबरों की मानें तो सियाचिन में एक मुहिम को अंजाम देते हुए पैर फिसलने की वजह से विपिन ग्लेशियर की चपेट में आने के बाद शहीद हो गए थे.
सीएम धामी के साथ ही उत्तराखंड के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत और नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष आदि कई जनप्रतिनिधि विपिन सिंह के घर पहुंचे और जवान को श्रद्धांजलि देते हुए शोक संतप्त परिवार को संवेदना दी. खबरों की मानें तो धामी ने शहीद के गांव की ओर जाने वाली सड़क और इंटर कॉलेज का नाम शहीद के नाम पर रखे जाने का ऐलान भी किया.
इधर, उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने विपिन के शहीद होने के समाचार को दुखद बताते हुए लिखा, ‘ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शहीद के परिजनों को इस कुठाराघात से लड़ने की शक्ति प्रदान करें.’ गौरतलब है कि इससे पहले उत्तराखंड स्थित त्रिशूल चोटी पर्वतारोहण के दौरान भारतीय नेवी के पांच जवान हिमस्खलन में शहीद हो गए थे.
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