पॉयलेट प्रोजेक्ट के तहत राजधानी देहरादून के संभागीय परिवहन कार्यालय में ऑनलाइन सेवा शुरू की गई है, जिसके तरह आसानी से लोग वाहनों के रजिस्ट्रेशन और आरसी को ट्रांसफर करा सकते हैं.
इतना ही नहीं आरटीओ कार्यालय को नेशलन ट्रांसपोर्ट यूनिट के साथ भी जुड़ा गया है, जिससे वाहनों के रजिस्ट्रेशन का नेशनल डाटा सेंटर रिकॉर्ड दर्ज हो सकें. अधिकारियों का कहना है कि पासपोर्ट की तर्ज पर अब ड्राइविंग लाइसेंस को बनाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है, जिससे लोगों को आसानी से और कम समय में ड्राइविंग लाइसेंस मिल सके.
मगर जब से कार्यालय में ऑनलाइन की प्रक्रिया चल रही है, तब से कभी-कभी नेट बंद हो जाता है जिसकी वजह से लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है या कभी कार्यालय में बिजली की कटौती होने से सर्विस बंद हो जाती है और जिसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पड़ रहा है.
बताया जा रहा है अब राजधानी देहरादून के आरटीओ कार्यालय के सर्वर में वायरस आ गया है, जिसकी वजह से वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है. आरटीओ प्रशासन संदीन सैनी का कहना है कि वायरस के आने से कई कंप्यूटर सही तरीके से काम नहीं कर रहे है. उन्होंने कहा कि इसको सही करने के लिए कंप्यूटर इंजीनियर की मदद ली जा रही है.
दरअसल राजधानी देहरादून में रोजाना करीब 135 वाहनों का रजिस्ट्रेशन होता है, लेकिन दिवाली का त्योहार आने से एकाएक करीब 6 हजार वाहनों की बिक्री होनी है जिससे रजिस्ट्रेशन के लिए मारामारी शुरू हो जाएगी. इसके मद्देनजर संभीगाय परिवहन निगम ने कमर कसने का दावा किया है.
वहीं बताया जा रहा है जिस तरह से वाहनों के रजिस्ट्रेशन में देरी हो रही है, ऐसे में लोगों की परेशानी और बढ़ सकती है क्योंकि कार्यालय में ऑनलाइन सेवा अभी सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है. राजधानी में लगातार वाहनों के फिटनेस के लिए भी चालक आते हैं. पुराने वाहनों की जहां जांच होती है तो वहीं नए वाहनों को परमिट भी दिए जाते हैं. ऐसे में कार्यालय का कछुए की गति से चल रहा काम लोगों को मुश्किलों को और बढ़ा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : November 03, 2015, 11:22 IST