पिथौरागढ़ (Snowfall in Pithoragarh) के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के चलते शहर के तापमान में गिरावट दर्ज की गई. ऊपरी इलाकों में बर्फ और निचले इलाकों में बारिश की वजह से पिथौरागढ़ में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है. सर्दी के इस मौसम में लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए. हिमनगरी मुनस्यारी में तापमान शून्य डिग्री तक पहुंच गया है, जिससे क्षेत्र में पानी की कमी भी शुरू हो गई है. बढ़ती ठंड से नलों में पानी जमने लगा है.
पिथौरागढ़ में जो ठंड जनवरी महीने में देखी जाती थी, वह दिसंबर की शुरुआत में ही महसूस की जा रही है. निचले इलाकों में कोहरा बढ़ने से पिथौरागढ़ का न्यूनतम तापमान तीन डिग्री रिकॉर्ड किया गया.
पिथौरागढ़ के दारमा वैली, जौहार वैली, व्यास वैली और चौदास वैली के ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई. बर्फबारी और बारिश के चलते पिथौरागढ़ में ठंड का असर बढ़ गया है. ऊपरी इलाकों में जल स्रोत जम चुके हैं, जिससे पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि जनपद में 2500 मीटर की ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है.
वहीं सर्दी के मौसम में बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. बच्चों को सर्दी-जुकाम जल्दी हो जाता है. इस मौसम मेंपांच साल से कम उम्र के बच्चों में निमोनिया का खतरा बना रहता है. बच्चों को ठंड से बचाने के लिए जिला महिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जेएस नबियाल ने ‘न्यूज18 लोकल’ के साथ कुछ उपाय साझा किए.
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