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Pithoragarh News: कैलाश मानसरोवर जितना इस यात्रा का भी महत्व, जल्द शुरू होगा रजिस्ट्रेशन

कैलाश मानसरोवर जितना ही आदि कैलाश यात्रा का भी महत्व है. जल्द ही इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे.

कैलाश मानसरोवर जितना ही आदि कैलाश यात्रा का भी महत्व है. जल्द ही इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे.

कैलाश मानसरोवर यात्रा पिछले तीन सालों से बंद है और इस बार भी उसके शुरू होने की उम्मीद कम है. ऐसे में शिव भक्त आदि कैलाश ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: हिमांशु जोशी

पिथौरागढ़: पिछले तीन सालों से कैलाश मानसरोवर यात्रा बंद है और इस बार भी इसके शुरू होने की उम्मीद नहीं दिख रही. इससे शिव भक्तों में मायूसी है, लेकिन उन्हें मायूस होने की जरूरत नहीं. भारत का कैलाश माने जाने वाले आदि कैलाश के दर्शन शिवभक्त आसानी से कर सकते हैं. आदि कैलाश पिथौरागढ़ में चीन सीमा के करीब है, जिसकी यात्रा का महत्व भी कैलाश मानसरोवर यात्रा के समान माना गया है. कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) ने मई प्रथम सप्ताह से प्रस्तावित आदि कैलाश यात्रा की तैयारी शुरू कर दी है.

कैलाश मानसरोवर यात्रा न होने से मायूस शिव भक्तों के लिए आदि कैलाश यात्रा का संचालन किया जा रहा है. इस पर्वत की आकृति और महत्व कैलाश मानसरोवर के समान ही है. चीन-तिब्बत सीमा तक सड़क निर्माण हो जाने की वजह से श्रद्धालु अब आदि कैलाश के दर्शन आसानी से कर सकते हैं. आदि कैलाश चीन सीमा के करीब कैलाश मानसरोवर जाने वाले रास्ते पर ही पड़ता है, जहां मानसरोवर झील की तर्ज पर पार्वती कुंड है, जो काफी पवित्र स्थान माना जाता है. अब तक 4000 से ज्यादा लोग केएमवीएन द्वारा संचालित आदि कैलाश की यात्रा कर चुके हैं.

यात्रा में कई धार्मिक स्थलों के होंगे दर्शन

इस बार आदि कैलाश यात्रा मई प्रथम सप्ताह से नवंबर प्रथम सप्ताह तक प्रस्तावित की गई है. यात्रा काठगोदाम से शुरू होकर कैंची धाम, जागेश्वर धाम, पिथौरागढ़, धारचूला, बूंदी, गुंजी, नाभीढांग, ऊं पर्वत दर्शन, कालापानी, व्यास गुफा दर्शन, नाबी गांव से कुटी होते हुए ज्योली कोंग, पार्वती सरोवर दर्शन, गौरीकुंड दर्शन से आदि कैलाश तक होती है.

फरवरी के अंत से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन

KMVN के महाप्रबंधक एपी बाजपेयी ने बताया कि यात्रा के रूट चार्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है. फरवरी अंत से ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो जाएंगे. यात्रा में परिवहन आदि व्यवस्थाएं आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से होंगी और एजेंसी के चयन के लिए तीसरी बार निविदा जारी की गई है. बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा कोविड की वजह से 2019 के बाद नहीं हो सकी है. इस बार चीन में फिर से कोविड संक्रमण व अन्य स्थितियों की वजह से विदेश मंत्रालय की ओर से जनवरी में शुरू होने वाला ऑनलाइन पंजीकरण अब तक शुरू नहीं हो सका है.

Tags: Adi Kailash Yatra, Pithoragarh news, Uttarakhand news, Uttarakhand Tourism

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