पिथौरागढ़ (Pithoragarh Rain) में उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बेमौसम अचानक हुई बर्फबारी के चलते दारमा घाटी और आदि कैलाश गए पर्यटक मार्ग बंद होने की वजह से वहीं फंस गए थे. प्रशासन ने भारतीय सेना की मदद से चिनूक हेलीकॉप्टर से सैलानियों को रेस्क्यू किया और जिला मुख्यालय पहुंचाया. भारी बर्फबारी के कारण आदि कैलाश दर्शन को गए पर्यटक गुंजी में ही फंसकर रह गए थे. जिला प्रशासन और सेना ने सभी यात्रियों को सुरक्षित निकालने का जिम्मा उठाया और गुंजी और दारमा में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित जिला मुख्यालय तक पहुंचाया.
पिथौरागढ़ में आसमानी कहर के थमने के बाद घायलों और गर्भवती महिलाओं को एयरलिफ्ट कर हल्द्वानी अस्पताल तक पहुंचाया गया. घायलों में एक महिला और एक बच्चा भी शामिल है, जिनका हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज चल रहा है. सभी पर्यटक जिला मुख्यालय पहुंचकर काफी खुश नजर आए और सभी ने प्रशासन और सेना की इस मदद की जमकर तारीफ की.
100 से ज्यादा पर्यटक पिथौरागढ़ के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में फंस गए थे. चीन बॉर्डर से लगे ये इलाके धार्मिक पर्यटन और ट्रेकिंग के लिए जाने जाते हैं. यहां से आदि कैलाश और ओम पर्वत के दिव्य दर्शन होते हैं. यहीं से होकर कैलाश मानसरोवर भी जाया जाता है. बॉर्डर इलाकों की सड़कें भारी मलबा आने से बंद पड़ी हैं, जिनके खुलने में अभी कुछ और समय लग सकता है.
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