केदारनाथ यात्रियों को भुगतनी पड़ रही हेलीकॉप्टर संचालकों की मनमानी

Photo Courtesy- ETV
केदारनाथ की यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं. आपदा के बाद धीरे-धीरे चारधाम यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. सरकार ने निजी हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध तो कराई हैं.
- ETV UP/Uttarakhand
- Last Updated: May 19, 2016, 12:31 PM IST
केदारनाथ की यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं. आपदा के बाद धीरे-धीरे चारधाम यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. सरकार ने निजी हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध तो कराई हैं.
इन्हीं हेलीकॉप्टर सेवाओं को लेकर यात्रियों को परेशानी हो रही है. यात्रा सुगम बनाने के लिए सरकार ने 10 निजी कम्पनियों को हेली संचालन करने की अनुमति दी है.
इस यात्रा में लगातार यात्रियों की बढ़ती संख्या से हेली संचालकों की मनमानी शुरू हो गई है. किस प्रकार यात्रियों को हेली संचालकों की मनमानी भुगतनी पड़ रही है.
जब ईटीवी ने पिनाइकल हैलीपैड पर यात्रियों से बातचीत की तो यात्रियों ने तमाम परेशानियों के बारे में बताया. महीनो पहले अपनी टिकट बुक करवा चुके यात्रियों को हेली सुविधा नहीं मिल पा रही है. जब ईटीवी ने पिनाइकल हेलीपैड पर यात्रियों से बातचीत की तो उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर की. इस मामले में जब डीएम से बात की तो उनका कहना है कि उनके पास अभी तक कोई भी लिखित सूचना नहीं आई है. अगर कोई सूचना आई तो तुरन्त कार्रवाई की जाएगी.जहां सरकार और जिला प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं पर बड़े-बड़े दावे कर रही है तो इन हैली संचालकों की मनमानी को क्यों अनदेखा कर रही हैं. देखना यह है कि कब तक हैली संचालकों की मनमानी पर प्रशासन चुप्पी तोड़ेगा.
इन्हीं हेलीकॉप्टर सेवाओं को लेकर यात्रियों को परेशानी हो रही है. यात्रा सुगम बनाने के लिए सरकार ने 10 निजी कम्पनियों को हेली संचालन करने की अनुमति दी है.
इस यात्रा में लगातार यात्रियों की बढ़ती संख्या से हेली संचालकों की मनमानी शुरू हो गई है. किस प्रकार यात्रियों को हेली संचालकों की मनमानी भुगतनी पड़ रही है.
जब ईटीवी ने पिनाइकल हैलीपैड पर यात्रियों से बातचीत की तो यात्रियों ने तमाम परेशानियों के बारे में बताया. महीनो पहले अपनी टिकट बुक करवा चुके यात्रियों को हेली सुविधा नहीं मिल पा रही है. जब ईटीवी ने पिनाइकल हेलीपैड पर यात्रियों से बातचीत की तो उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर की. इस मामले में जब डीएम से बात की तो उनका कहना है कि उनके पास अभी तक कोई भी लिखित सूचना नहीं आई है. अगर कोई सूचना आई तो तुरन्त कार्रवाई की जाएगी.जहां सरकार और जिला प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं पर बड़े-बड़े दावे कर रही है तो इन हैली संचालकों की मनमानी को क्यों अनदेखा कर रही हैं. देखना यह है कि कब तक हैली संचालकों की मनमानी पर प्रशासन चुप्पी तोड़ेगा.