नए साल के मौके पर आम आदमी की जेब ढीली हो गई है. प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इलाज मंहगा हो गया है. पूर्व निर्धारित नियम के मुताबिक सरकारी अस्पतालों में 10 फीसदी इलाज के फीस में वृद्धि की गई है, जिसके चलते ओपीडी रजिस्ट्रेशन फीस 15 रुपए से बढ़कर 17 रुपए हो गई है.
इसके साथ ही मेडिकल जांच की फीस में भी दस फीसदी इजाफा हुआ है. फीस बढ़ने से सरकारी अस्पतालों में इलाज कराना अब आम आदमी के लिए मुश्किल हो गया है. देहरादून के दून हॉस्पिटल में रोजाना करीब दो हजार मरीज अपना इलाज कराने आते हैं.
प्रदेश के साथ ही दूसरे राज्यों के मरीज भी दून हॉस्पिटल में अपना इलाज कराने आते हैं, मगर नए साल के पहले ही दिन उन्हें निराशा हाथ लगी. उनका कहना है कि हर साल सरकार सरकारी अस्पतालों में इलाज की फीस में 10 फीसदी का इजाफा कर रही है, जिससे मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
लोगों का कहना है कि अगर सरकार निजी अस्पतालों की तर्ज पर आम आदमी का इलाज सरकारी अस्पतालों में कराएगी तो भला आर्थिक रूप से कमजोर लोग अपना इलाज कैसे करा पाएंगे.
फिलहाल बताया जा रहा है कि सरकार सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दूसरी सहूलियत देने के बारे में विचार कर रही है. वहीं दून हॉस्पिटल के प्रभारी सीएमएस का कहना है कि तत्काल प्रभाव से नई दरों को लागू कर दिया गया है.
उनका कहना है कि सरकार अब जेनेरिक दवाओं को भी फ्री करने जा रही है. फिलहाल देखना होगा कि आखिर मरीजों को सरकार कोई राहत देती भी है, या महंगे इलाज कराने के लिए मरीजों को मजबूर होना पड़ेगा.
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FIRST PUBLISHED : January 01, 2016, 20:01 IST