भाजपा नेताओं द्वारा आपदा और कैग रिपोर्ट पर की गई बयानबाजी पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. सीएम के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा है कि शायद भाजपा नेता कैग रिपोर्ट ठीक से पढ़ नहीं पाए हैं.
सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि कैग रिपोर्ट में जो उल्लेख किया गया है, उसके अनुसार यह कहा गया कि यदि आपदा से निपटने के पूर्व व्यवस्थाएं की जाती तो, मानव जीवन को बचाया जा सकता था.
सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि साल 2010 में राज्य में हुई दैवीय आपदा की घटना से यदि भाजपा के दोस्तों ने सबक लिया होता और भविष्य में ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई होती तो, शायद कैग को ऐसी टिप्पणी न करनी पड़ती.
सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि वर्ष 2013 में जो आपदा आई थी, वह साधारण किस्म की आपदा नहीं थी, बल्कि महाप्रलय थी. आपदा के ऐसे समय भाजपा नेताओं ने देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों को दो साल तक उत्तराखण्ड न आने की बात कही थी और यह भी कहा था कि आए तो सिर पर कफन बांध कर आए.
वो भूल रहे हैं कि राज्य सरकार ने उपलब्ध संसाधनों के बल पर इस महाप्रलय का मुकाबला किया और अधिक से अधिक मानव जीवन को सुरक्षित बचाया. आपदा के कारण ध्वस्त हो चुकी चारधाम यात्रा और बाबा केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया.
राज्य सरकार के प्रयासों का फल है कि इस वर्ष केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा पर देश-विदेश से लगभग 10 लाख से अधिक तीर्थ यात्री आए. सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि भाजपा नेता केन्द्र सरकार की असफलताओं और अपने भविष्य को अंधकारमय देखकर बेचैन है.
भाजपा की यह बेचैनी गैरसैंण के पिछले सत्र और इस बार के सत्र में साफी देखी जा सकती है. इस बार के गैरसैण सत्र में भाजपा नेताओं ने मर्यादाओं को तार-तार किया है.
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FIRST PUBLISHED : November 05, 2015, 19:57 IST