अफगानिस्तान के बामियान शहर में दो बड़े धमाके, 17 लोगों की मौत और 50 घायल

अफगानिस्तान में दो बम धमाके, 17 की मौत ( फोटो- AP)
Blast in Afghanistan: अफगानिस्तान के बामियान शहर में हुए दो भीषण धमाकों में 17 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हैं. ये धमाके उन बमों से हुए जो सड़क के किनारे भीड़-भाड़ वाले इलाके में छुपाकर रखे गए थे.
- News18Hindi
- Last Updated: November 25, 2020, 7:12 AM IST
काबुल. अफगानिस्तान (Afghanistan) के बामियान शहर में हुए दो विस्फोटों में कम से कम 17 लोग मारे गए और 50 से ज्यादा घायल हो गए हैं. बामियान अफगानिस्तान के अत्यंत सुरक्षित प्रांतों में से एक माना जाता है. मरने वालों में आम नागरिक और एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी शामिल है. मंगलवार को विस्फोट राष्ट्रपति अशरफ गनी की अफगानिस्तान पर क्षेत्रीय सहयोग की बैठक के दौरान हुआ था. ये बम सड़क के किनारे छिपाकर रखे गए थे जिनमे भीषण विस्फोट हुआ.
राष्ट्रपति गनी ने जोर देकर कहा है कि स्थायी शांति तैयार करने के लिए मजबूत क्षेत्रीय सजगता जरूरी है. स्थानीय अधिकारियों के हवाले से टोलो न्यूज ने बताया है कि बामियान शहर के बाजार में विस्फोट हुए. यह शहर बामियान प्रांत के मध्य में स्थित है. अभी तक किसी समूह ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है. यह घटना ऐसे वक्त हुई है जब सरकारी वार्ताकार और तालिबान के प्रतिनिधि दशकों से चल रही जंग को खत्म करने के लिए बातचीत कर रहे हैं. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरियन ने बताया कि बमियान प्रांत के बमियान शहर में दोपहर में हुए विस्फोट में 45 लोग घायल हो गए। धमाके में कई दुकानें और गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गयी.
चल रही है अफगान-तालिबान शांति वार्ता
बमियान प्रांत के पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता मोहम्मद रजा यूसुफी ने बताया कि लगातार दो धमाके हुए. किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने बताया कि उनका समूह इस घटना में संलिप्त नहीं था. इस्लामिक स्टेट (आईएस) से संबद्ध संगठन ने देश में अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों के खिलाफ जंग की घोषणा की है और बमियान में ज्यादातर शिया आबादी रहती है. आईएस से संबद्ध समूह ने अफगानिस्तान में हालिया हमलों की जिम्मेदारी ली है. पिछले दिनों एक शैक्षणिक संस्थान में हमले में 50 लोग मारे गए थे. इनमें अधिकतर छात्र थे. अमेरिका ने इस साल पूर्व में एक महिला अस्पताल पर हमले के लिए आईएस से संबद्ध समूह को जिम्मेदार ठहराया था जिसमें 24 माताओं और उनके बच्चों की मौत हो गयी थी.
अफगानिस्तान में शांति जरूरी: UN
उधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने मंगलवार को अफगानिस्तान के पड़ोसियों और उसके सहयोगी देशों से आग्रह किया कि वे युद्धग्रस्त देश में शांति और उसके समृद्ध भविष्य के लिए अपनी भूमिका निभाएं. इसके साथ ही उन्होंने भारी हिंसा को लेकर गहरी चिंता जतायी और तत्काल तथा बिना शर्त संघर्षविराम के लिए प्रयासों में तेजी लाने का भी आह्वान किया. अफगानिस्तान पर केंद्रित एक सम्मेलन को भेजे अपने वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि शांति की दिशा में प्रगति होने से पूरे क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी और लाखों विस्थापित अफगान नागरिकों की सुरक्षित, चरणबद्ध और गरिमामयी वापसी की दिशा में यह एक अहम कदम है.

गुतारेस ने कहा कि वह विकास और सुधारों के लिए अपने महत्वाकांक्षी एजेंडे को लेकर अफगानिस्तान सरकार की सराहना करते हैं। उन्होंने कहा, '... मैं अफगानिस्तान के पड़ोसियों और सहयोगियों से आग्रह करता हूं कि वे सहयोग के इन अवसरों का लाभ उठाते हुए अफगानिस्तान के लिए एक शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं.' उन्होंने हाल में हुयी भारी हिंसा, खासकर छात्रों और नागरिकों के खिलाफ, को लेकर गहरी चिंता जतायी.
राष्ट्रपति गनी ने जोर देकर कहा है कि स्थायी शांति तैयार करने के लिए मजबूत क्षेत्रीय सजगता जरूरी है. स्थानीय अधिकारियों के हवाले से टोलो न्यूज ने बताया है कि बामियान शहर के बाजार में विस्फोट हुए. यह शहर बामियान प्रांत के मध्य में स्थित है. अभी तक किसी समूह ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है. यह घटना ऐसे वक्त हुई है जब सरकारी वार्ताकार और तालिबान के प्रतिनिधि दशकों से चल रही जंग को खत्म करने के लिए बातचीत कर रहे हैं. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरियन ने बताया कि बमियान प्रांत के बमियान शहर में दोपहर में हुए विस्फोट में 45 लोग घायल हो गए। धमाके में कई दुकानें और गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गयी.
17 dead, at least 50 injured in blasts in Bamiyan city of Afghanistan, reports TOLONews quoting sources
— ANI (@ANI) November 24, 2020
चल रही है अफगान-तालिबान शांति वार्ता
बमियान प्रांत के पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता मोहम्मद रजा यूसुफी ने बताया कि लगातार दो धमाके हुए. किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने बताया कि उनका समूह इस घटना में संलिप्त नहीं था. इस्लामिक स्टेट (आईएस) से संबद्ध संगठन ने देश में अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों के खिलाफ जंग की घोषणा की है और बमियान में ज्यादातर शिया आबादी रहती है. आईएस से संबद्ध समूह ने अफगानिस्तान में हालिया हमलों की जिम्मेदारी ली है. पिछले दिनों एक शैक्षणिक संस्थान में हमले में 50 लोग मारे गए थे. इनमें अधिकतर छात्र थे. अमेरिका ने इस साल पूर्व में एक महिला अस्पताल पर हमले के लिए आईएस से संबद्ध समूह को जिम्मेदार ठहराया था जिसमें 24 माताओं और उनके बच्चों की मौत हो गयी थी.
अफगानिस्तान में शांति जरूरी: UN
उधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने मंगलवार को अफगानिस्तान के पड़ोसियों और उसके सहयोगी देशों से आग्रह किया कि वे युद्धग्रस्त देश में शांति और उसके समृद्ध भविष्य के लिए अपनी भूमिका निभाएं. इसके साथ ही उन्होंने भारी हिंसा को लेकर गहरी चिंता जतायी और तत्काल तथा बिना शर्त संघर्षविराम के लिए प्रयासों में तेजी लाने का भी आह्वान किया. अफगानिस्तान पर केंद्रित एक सम्मेलन को भेजे अपने वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि शांति की दिशा में प्रगति होने से पूरे क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी और लाखों विस्थापित अफगान नागरिकों की सुरक्षित, चरणबद्ध और गरिमामयी वापसी की दिशा में यह एक अहम कदम है.
गुतारेस ने कहा कि वह विकास और सुधारों के लिए अपने महत्वाकांक्षी एजेंडे को लेकर अफगानिस्तान सरकार की सराहना करते हैं। उन्होंने कहा, '... मैं अफगानिस्तान के पड़ोसियों और सहयोगियों से आग्रह करता हूं कि वे सहयोग के इन अवसरों का लाभ उठाते हुए अफगानिस्तान के लिए एक शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं.' उन्होंने हाल में हुयी भारी हिंसा, खासकर छात्रों और नागरिकों के खिलाफ, को लेकर गहरी चिंता जतायी.