कौन-सी सीट सबसे सुरक्षित है जानने के लिए जानबूझ कर 2012 में प्लेन को क्रैश कराया गया था. (फोटो-वीडियो ग्रैब)
Social Media Viral Videos: अक्सर सुनने को मिलता है कि किसी भी वाणिज्यिक, वाहक और लड़ाकू विमानों के डिजाइन में कमियों और खामियों का पता करने के लिए उन्हें परीक्षणों और प्रयोगों की एक श्रृंखला से गुजारा जाता है. विमान को उड़ान भरने के लिए हरी झंडी दिखाने से पहले ये कठोर परीक्षण जरुरी माना जाता है. विमानों के लैंडिंग से लेकर क्रैश की क्षमता जांचने के लिए उनका परिक्षण किया जाता है. इसके परिणाम से निर्माताओं और वैज्ञानिकों को विमान के बचने की क्षमताओं की सही जानकारी मिलती है. विमान के साथ कुछ इस तरह का परिक्षण साल 2012 में देखने को मिला था. उस परिक्षण का वीडियो एक बार फिर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
2012 में हुआ था परीक्षण
साल 2012 में, अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने पूर्ण रूप से कार्य कर रहे और बड़े आकार के यात्री विमान को जानबूझ कर क्रैश कराया था. दरअसल इसे क्रैश करने के पीछे का मुख्य उद्देश्य ये था कि दुर्घटना होने की परिस्थिति में विमान के कौन सी सीटों पर यात्रियों को जीवित बचने की संभावना सबसे ज्यादा है. उस दौरान पूरा घटना कैमरे में कैद किया गया था. हाल ही में सोशल मीडिया पर दोबारा शेयर किए जाने के बाद यह वायरल हो रहा है.
ये भी पढ़ें- VIDEO- भारत में भी आएगा महा-भूकंप? तुर्किये-सीरिया में चेतावनी देने वाले डच रिसर्चर ने अब क्या भविष्यवाणी की
बोइंग 727 प्लेन को कराया गया था क्रैश
वैज्ञानिक, सेफ्टी एक्सपर्ट और पायलट की एक टीम ने साल -2012 में बोइंग 727 की एक यात्री विमान को एक मरुस्थल में क्रैश कराया था. दरअसल, इस परीक्षण का प्रमुख मकसद वास्तविक समय में दुर्धटना की स्थिति में प्लेन की यांत्रिकी और बचने की क्षमता की जांच करना था. इस एक्सपेरिमेंट का वीडियो यूट्यूब चैनल पर ‘द प्लेन क्रैश’ के नाम से अपलोड किया गया था. इसे एक टीवी में चलाया गया गया था जिसका नाम था- ‘Curiosity’
क्रैश समय प्लेन में कोई था?
हां, प्लेन को क्रैश कराते समय एक पायलट विमान को उड़ा रहा था. दरअसल, अमेरिकी सरकार अपनी धरती पर ने प्लेन क्रैश करने की अनुमति नहीं दी थी. तब मैक्सिकन सरकार ने यह कहकर अनुमति दी थी कि प्लेन क्रैश के समय उसमे पायलट रहेगा. विमान को मैक्सिको के सूखी झील में क्रैश कराया गया था. जीम बॉब स्लोकम ने क्रैश को अंजाम दिया था. उन्होंने विमान को उड़ाया और फिर क्रैश के कुछ क्षणों पहले ही वे विमान से पैराशूट की मदद से बाहर निकल गए थे. ये परिक्षण 27 अप्रैल 2012 को हुआ था. इस दौरान विमान की स्पीड 140 मील प्रति घंटे थी.
परिक्षण से मिले कुछ डाटा इस प्रकार हैं-
.
Tags: Plane, Plane Crash, World news in hindi
Team India Counterattack: भारत को डर नहीं, 1-2 नहीं इतनी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए 300+ रन, जीत भी मिली
दुनिया के सबसे दौलतमंद देश, कहीं नहीं ठहरते अमेरिका और ब्रिटेन, यहां हर आदमी रोज कमाता 20,000!
आंखें हो रही हैं कमजोर, धुंधला दिखता है सबकुछ, Eyesight बढ़ाने के लिए आज से ही खाना शुरू कर दें ये 5 फूड