ब्रिटिश वैज्ञानिकों की नई खोज, Corona दूर भगाने के लिए बनाया 'नेजल स्प्रे'

कॉन्सेप्ट इमेज.
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस (Coronavirus) से दो दिन तक बचाव करने वाले नेजल स्प्रे (Nasal Spray) को बनाने में सफलता का दावा किया है. यह स्प्रे कोरोना से बचाव के लिए नाक में दिन में 4 बार डालना होगा.
- News18Hindi
- Last Updated: January 25, 2021, 7:36 PM IST
लंदन. कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही दुनिया के लिए ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक बहुत अच्छी खबर दी है. बर्मिंघम विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने दो दिनों तक कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण रोक सकने वाले एक ‘नेजल स्प्रे’ (Nasal spray) को अंतिम रूप दिया है. इस स्प्रे के इस साल गर्मियों तक दवा की दुकानों पर उपलब्ध होने की उम्मीद है. ब्रिटेन के एक अखबार में यह दावा किया गया है.
अध्ययन दल के मुख्य अनुसंधानकर्ता डॉ. रिसर्च मोक्स ने ‘द संडे टेलीग्राफ’ से कहा कि वह सामाजिक दूरी की पाबंदियों से निजात दिलाने और स्कूलों को फिर से खोले जाने में इससे मदद मिलने को लेकर आश्वस्त हैं. ‘नेजल स्प्रे’ को अभी तक कोई नाम नहीं दिया गया है, हालांकि इससे बनाने में जिन रसायनों का इस्तेमाल किया गया है, उन्हें मेडिकल उपयोग के लिए मंजूरी प्राप्त है और वे मानव द्वारा उपयोग किये जाने के लिए सुरक्षित हैं.’
ये भी पढ़ें: ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन बोले- कोरोना के नए स्ट्रेन से बढ़ सकती है मृत्यु दर, लेकिन वैक्सीन का हो रहा असरमोक्स ने कहा , ‘हम गर्मियों के मौसम तक इसके उपलब्ध होने की उम्मीद कर रहे हैं.' अध्ययन दल का मानना है कि इस स्प्रे का दिन में चार बार इस्तेमाल करना कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षित रखेगा और स्कूल जैसे घनी आबादी वाले स्थानों तथा अत्यधिक जोखिम वाले स्थानों पर इसका हर 20 मिनट पर इस्तेमाल किया जा सकता है. यह स्प्रे ऐसे समय पर आया है जब ब्रिटेन कोरोना के नए स्ट्रेन से जूझ रहा है. यही नहीं दुनियाभर में इस महामारी से मरने वालों तादाद लगातार बढ़ती जा रही है.
अध्ययन दल के मुख्य अनुसंधानकर्ता डॉ. रिसर्च मोक्स ने ‘द संडे टेलीग्राफ’ से कहा कि वह सामाजिक दूरी की पाबंदियों से निजात दिलाने और स्कूलों को फिर से खोले जाने में इससे मदद मिलने को लेकर आश्वस्त हैं. ‘नेजल स्प्रे’ को अभी तक कोई नाम नहीं दिया गया है, हालांकि इससे बनाने में जिन रसायनों का इस्तेमाल किया गया है, उन्हें मेडिकल उपयोग के लिए मंजूरी प्राप्त है और वे मानव द्वारा उपयोग किये जाने के लिए सुरक्षित हैं.’
ये भी पढ़ें: ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन बोले- कोरोना के नए स्ट्रेन से बढ़ सकती है मृत्यु दर, लेकिन वैक्सीन का हो रहा असरमोक्स ने कहा , ‘हम गर्मियों के मौसम तक इसके उपलब्ध होने की उम्मीद कर रहे हैं.' अध्ययन दल का मानना है कि इस स्प्रे का दिन में चार बार इस्तेमाल करना कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षित रखेगा और स्कूल जैसे घनी आबादी वाले स्थानों तथा अत्यधिक जोखिम वाले स्थानों पर इसका हर 20 मिनट पर इस्तेमाल किया जा सकता है. यह स्प्रे ऐसे समय पर आया है जब ब्रिटेन कोरोना के नए स्ट्रेन से जूझ रहा है. यही नहीं दुनियाभर में इस महामारी से मरने वालों तादाद लगातार बढ़ती जा रही है.