वॉशिंटगन. अफगानिस्तान (Afghanistan) से अमेरिकी फौजों (US forces) की वापसी के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने बुधवार को पहली बार संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिका का मिशन कामयाब रहा. लेकिन आतंकवाद से लड़ाई जारी रहेगी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘मुझे यकीन है अफगानिस्तान से सेना बुलाने का फैसला, सबसे सही, सबसे बुद्धिमानीपूर्ण और बेस्ट है.’
इस बीच बाइडन ने अपने दिवंगत बेटे ब्यू बाइडन को याद किया, जिन्होंने पूरे एक साल तक इराक में सेवा की थी. ब्यू ने कहा था कि वह इराक में युद्ध रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं. 2015 में ब्रेन कैंसर से 46 साल की उम्र में ब्यू का निधन हो गया. बाइडन ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि पर्याप्त लोग समझते हैं कि हमने इस देश में 1 प्रतिशत से कितना मांगा है. देश के लिए मेरा बेटा भी चला गया. ब्यू ने इससे पहले पूरे एक साल तक इराक में सेवा की थी. वह युद्ध रोकना चाहता था. शायद दिवंगत बेटे के लिए भी मैंने अफगानिस्तान में जंग खत्म करने का फैसला लिया हो.’
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में अमेरिका, अफगानिस्तान, आईएसआईएस से संबंधित कई मुद्दों को उठाया. पढ़ें उनके भाषण की खास बातें…
तालिबान के साथ समझौते के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दोषी ठहराते हुए जो बाइडन ने कहा, 'जब वह पद पर आए, तो तालिबान 2001 के बाद से अपनी सबसे मजबूत सैन्य स्थिति में था. देश के लगभग आधे हिस्से पर उसका नियंत्रण था. पिछले प्रशासन के समझौते में कहा गया था कि अगर हम 1 मई की समय सीमा पर कायम रहते हैं, जिस पर ट्रंप ने साइन किए थे, तो तालिबान किसी भी अमेरिकी सेना पर हमला नहीं करेगा. लेकिन अगर हम रुक गए, तो तालिबान सभी रास्ते अख्तियार करेगा.'
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