वाशिंगटन. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यहां कहा कि अमेरिका जर्मनी में अपने सैनिकों की मौजूदा संख्या करीब 52,000 से घटाकर 25,000 करेगा. व्हाइट हाउस में सोमवार को संवाददाताओं से बात करते हुए ट्रंप ने इस कदम के पीछे बड़े खर्च को वजह बताया और कहा कि जर्मनी नाटो को भुगतान करने में 'विलंब' कर रहा है. ट्रंप ने आरोप लगाते हुए कहा कि जर्मनी में हमारे 52,000 सैनिक हैं. सैनिकों की संख्या काफी ज्यादा है. अमेरिका के लिए यह बड़ा खर्च है और जैसा कि आप जानते हैं कि जर्मनी नाटो को भुगतान करने में काफी विलंब करता है.'
उन्होंने कहा, 'वे सिर्फ एक फीसदी भुगतान कर रहे हैं जबकि उन्हें दो प्रतिशत करना है और असल में दो फीसदी भी बहुत कम है. इसे इससे कहीं ज्यादा होना चाहिए. इसलिए वे करोड़ों डॉलर का भुगतान करने में पीछे हैं.'
जर्मनी भुगतान नहीं कर रहा
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'इसलिए हम अब सैनिकों की संख्या घटाकर 25,000 करने जा रहे हैं. हम देखेंगे कि क्या होता है लेकिन जर्मनी भुगतान नहीं कर रहा है. इसके अतिरिक्त मैं वह व्यक्ति हूं जो यह मामला उठा रहा हूं. सभी लोग ट्रंप और रूस के बारे में बात करते हैं. जैसा कि मैं काफी पहले इस मामले को उठा चुका हूं कि जर्मनी क्यों रूस को उर्जा जरूरतों के लिए अरबों डॉलर दे रहा है और ऐसे में हमें जर्मनी की रक्षा रूस से क्यों करनी है? यह कैसे फायदेमंद है? इसका कोई फायदा नहीं है.'
अमेरिकी सैनिकों को मिलता है अच्छा वेतन
ट्रंप ने कहा, 'अमेरिकी सैनिकों को अच्छा वेतन मिलता है, वे जर्मनी में रहते हैं. अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा जर्मनी में खर्च करते हैं. इस सैन्य अड्डे के आस-पास के इलाके जर्मनी के लिए काफी समृ्द्धि वाले हैं. इसलिए जर्मनी सिर्फ लाभ लेता है और उसके बाद भी कारोबार में हमारे साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता है. हमारा कारोबार यूरोपीय संघ के साथ है (जिसमें जर्मनी सबसे बड़ा सदस्य है) और वह हमारे साथ कारोबार में अच्छा नहीं है. हम इसपर उनके साथ बातचीत कर रहे हैं. लेकिन अभी वह जिस तरह का सौदा चाहते हैं, मैं उससे संतुष्ट नहीं हूं.'
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FIRST PUBLISHED : June 16, 2020, 22:46 IST