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Exclusive: ब्रिटेन में दुर्गा भवन मंदिर के बाहर हिंसक प्रदर्शन में ISI का हाथ, 3 हजार प्रदर्शनकारी हुए थे इकट्ठा

स्मेथविक में दुर्गा भवन मंदिर के बाहर प्रोटेस्ट के लिए ISI के अधिकारियों ने उकसाया था. (फोटो News18)

स्मेथविक में दुर्गा भवन मंदिर के बाहर प्रोटेस्ट के लिए ISI के अधिकारियों ने उकसाया था. (फोटो News18)

Britain News Exclusive: सूत्रों ने सीएनएन-न्यूज 18 को बताया कि यह काम पाकिस्तानी हिंदू विरोधी समूहों का था. जिन्हें पाक ...अधिक पढ़ें

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हाइलाइट्स

सूत्रों ने सीएनएन-न्यूज 18 को बताया कि यह काम पाकिस्तानी हिंदू विरोधी समूहों का था.
प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारियों ने उकसाया था.
प्रदर्शनकारियों ने मंदिर के अधिकारियों को धमकियां और गालियां भी दीं.

नई दिल्ली. ब्रिटेन के स्मेथविक में दुर्गा भवन मंदिर के बाहर मंगलवार शाम को भीड़ ने हिंसक प्रदर्शन किया. जिसके कारण हाल ही में लीसेस्टर जैसी हिंसा की आशंका फिर पैदा हो गई है. सूत्रों ने सीएनएन-न्यूज 18 को बताया कि यह काम पाकिस्तानी हिंदू विरोधी समूहों का था. जिन्हें पाकिस्तान की प्रमुख खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के अधिकारियों ने उकसाया था. इस हिंसक प्रदर्शन में मंदिर परिसर की ओर बोतलें फेंकी गईं. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने मंदिर के अधिकारियों को धमकियां और गालियां भी दीं. अनियंत्रित भीड़ ने पटाखे फोड़कर मंदिर के अंदर फेंक दिए. वहीं पुलिस ने एक हिंसक प्रदर्शनकारी को वापस खींच लिया जिसने मंदिर की बाड़ को तोड़ने की कोशिश की थी.

सूत्रों ने कहा कि वे परम शक्ति पीठ और वात्सल्यग्राम की संस्थापक साध्वी ऋतंभरा की यात्रा का विरोध कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि ऋतंभरा मुस्लिम विरोधी हैं और बाबरी मस्जिद विध्वंस में उनकी भूमिका थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों से यह कहा गया था कि उनके इकट्ठा होने से बहुत पहले ही इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था. इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे ब्रिटेन में कहीं भी हिंदू नेताओं को यात्रा की अनुमति नहीं देंगे और धमकी दी कि यूके में अन्य मंदिरों के सामने इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.

यह साध्वी की पहली यात्रा नहीं; 3000 प्रोटेस्टर्स हुए थे इकट्ठा
सूत्रों के मुताबिक साध्वी ऋतंभरा का लंदन दौरा बुधवार से शुरू होना था और पाकिस्तानी हिंदू विरोधी तत्व इसके खिलाफ थे. सूत्रों ने बताया कि उपासक नाम के एक नेता ने साध्वी की यात्रा के पोस्टर सहित अंदर की जानकारी दी थी. एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर कहा कि हम इसे यूके में पाकिस्तान के भारत-विरोधी, हिंदू-विरोधी और मोदी-विरोधी एजेंडे के रूप में देखते हैं. हम ब्रिटेन में हिंदू विरोधी भावनाओं के बारे में बहुत जल्द ब्रिटेन के अधिकारियों को ज्ञापन देंगे.

क्या हुआ था लीसेस्टर में
पुलिस के अनुसार रविवार को पूर्वी लीसेस्टर में युवकों के एक समूह ने अनियोजित विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. News18 ने बताया था कि कैसे 28 अगस्त को सांप्रदायिक झड़पें शुरू हुईं. जब लीसेस्टर में एक मुस्लिम रेस्टोरेंट ने भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप मैच के परिणाम से पहले भारतीय ध्वज का अनादर किया था. इससे भारत और पाकिस्तान के समूहों के बीच तनाव पैदा हो गया था. भारत ने मैच जीत लिया और भारतीय पक्ष ने स्थानीय प्रशासन की अनुमति से झंडे और पटाखों के साथ जश्न मनाया था. इस पर स्थानीय इमाम ने कहा था कि वे परेशानी पैदा कर रहे हैं.

सूत्रों ने कहा कि 4 सितंबर को पाकिस्तान ने मैच जीता और पाकिस्तानी पक्ष ने बर्मिंघम से लगभग 10,000 युवाओं को लाकर हंगामा किया. सूत्रों के मुताबिक हिंसा की कई घटनाओं के बीच गणेश चतुर्थी मनाने वाले एक हिंदू परिवार के घर पर हमला किया गया. मालूम हो कि एक युवा हिंदू पुरुष को चाकू मारने का प्रयास किया गया था. सूत्रों ने कहा कि समूह एक स्टेडियम में इकट्ठा हुआ और उसने कहा कि इस्लाम खतरे में है. सूत्रों ने कहा कि कुछ युवकों ने एक स्थानीय हनुमान मंदिर को भी अपवित्र किया.

सूत्रों ने कहा कि हमले तीसरे दिन भी जारी रहे. कई मुस्लिम युवकों ने तोड़फोड़ की. इस तोड़फोड़ में कम से कम 50 घरों को निशाना बनाया गया और और उनकी कारों को नुकसान पहुंचाया गया. सूत्रों ने कहा कि धार्मिक चिह्नों की मदद से पहचाने गए घरों को निशाना बनाया गया. सूत्रों के अनुसार एक अन्य घटना में एक व्यक्ति ने 16 वर्षीय हिंदू लड़कियों के गरबा करने के लिए जा रहे एक समूह पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.

Tags: Britain, Hindu Temple Attacked

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