ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बड़ा बयान दिया है. (फोटो-न्यूज़18)
लंदन. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने खुलासा किया है कि उन्होंने नस्लवाद का सामना किया था, लेकिन अब इस स्थिति से निपटने में देश ने उल्लेखनीय प्रगति की है. भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता ने यह खुलासा संवाददाताओं से बातचीत के दौरान किया. मालूम हो कि शाही महल में कार्यरत वरिष्ठ कर्मी द्वारा अश्वेत ब्रिटिश चैरिटी कर्मी से बार-बार उसके मूल स्थान के बारे में पूछे जाने की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद प्रिंस विलियम की ‘गॉडमदर’ को इस्तीफा देना पड़ा था.
जब इस पूरे विवाद के बारे में पूछा गया तो सुनक ने कहा कि उनके लिए महल के मामलों में टिप्पणी करना उचित नहीं है और उन्होंने मामले की गई कार्रवाई की ओर इशारा किया.
महल के मामलों में मेरी टिप्पणी उचित नहीं- सुनक
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा, ‘शाही महल से जुड़े मामले में मेरे लिए टिप्पणी करना उचित नहीं है. हालांकि, हमने देखा कि जो घटित हुआ उसे स्वीकार किया और उसके लिए माफी मांगी.’ उनसे जब पूछा गया कि वह लंदन से संचालित धर्मार्थ संस्था सिस्ताह स्पेस की संस्थापक नगोजी फुलानी और दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की करीबी लेडी सुजैन हसे से संबंधित घटना की जानकारी होने पर वह कैसा महसूस करते हैं तो सुनक ने बताया, ‘मैंने इस बारे में पहले भी बात की है, मैंने अपनी जिंदगी में नस्लवाद का अनुभव किया है, लेकिन मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि जो मैंने अनुभव किया, मैं मानता हूं कि अब लोग अनुभव नहीं करते क्योंकि हमारे देश ने नस्लवाद से निपटने के लिए उल्लेखनीय प्रगति की है.’
ऋषि सुनक ने कहा, ‘यह सही है कि हम लगातार सबक सीखते हैं और बेहतर भविष्य के लिए आगे बढ़ते हैं.’ नस्लवाद का मामला इस सप्ताह उस समय सार्वजनिक हुआ जब फुलानी ने खुलासा किया कि महारानी कैमिला द्वारा महल में आयोजित भोज के दौरान लेडी हसे ने उनके पास आकर नाम का बैज देखने के लिए बाल हटाया. इसके बाद उनसे पूछा कि ‘अफ्रीका के किस हिस्से’ से वह आई हैं जिसके बाद उन्होंने कई बार बताया कि वह ब्रिटिश हैं.
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