ब्रिटेन की नोवावैक्स वैक्सीन 89 फीसदी प्रभावी, कोरोना के नए रूप पर भी असरदार

ब्रिटेन ने बनाई नई कोरोना वैक्सीन. (Pic- AP)
Corona vaccine: ब्रिटेन में किए गए तीसरी ट्रायल में नोवावैक्स (Novavax) ने कोविड 19 के खिलाफ 89.3 फीसदी प्रभावी रूप दिखाया है. यह ट्रायल 18 से 84 साल के 15 हजार से अधिक लोगों पर किया गया था.
- News18Hindi
- Last Updated: January 29, 2021, 9:22 AM IST
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) को मात देने के लिए ब्रिटेन (Britain) में एक नई कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) विकसित की गई है. ब्रिटेन में हुए ट्रायल में नोवावैक्स (Novavax) नामक यह वैक्सीन कोविड 19 (Covid 19) के खिलाफ 89.3 फीसदी प्रभावी पाई गई है. वहीं ब्रिटिश वैज्ञानिकों का दावा है कि यह वैक्सीन ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वायरस के नए रूप के खिलाफ भी प्रभावी है. ऐसे में यह वैक्सीन आने के बाद कोविड 19 महामारी के खिलाफ एक और उम्मीद जगी है.
ब्रिटिश सरकार का कहना है कि अगर मेडिसिंस एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी की की ओर से इसे हरी झंडी मिलती है तो नोवावैक्स वैक्सीन इस साल के मध्य तक लोगों को मिल जाएगी. इससे पहले मौजूदा समय में ब्रिटेन में तीन कोरोना वैक्सीन को हरी झंडी दी जा चुकी है. इनमें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका की वैक्सीन, फाइजर और बायोएनटेक की वैक्सीन व मॉर्डना की वैक्सीन शामिल हैं.
जानकारी दी गई है कि ब्रिटेन में किए गए तीसरी ट्रायल में नोवावैक्स ने कोविड 19 के खिलाफ 89.3 फीसदी प्रभावी रूप दिखाया है. यह ट्रायल 18 से 84 साल के 15 हजार से अधिक लोगों पर किया गया था. इनमें 27 फीसदी लोग 65 साल से अधिक उम्र के थे. इसे लेकर अच्छी खबर यह भी है कि यह वैक्सीन दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना के नए रूप पर भी 60 फीसदी प्रभावी पाई गई है.
नोवावैक्स से जुड़े एक शीर्ष अफसर का कहना है कि ब्रिटेन में हुए इस वैक्सीन के ट्रायल ने अभूतपूर्व नतीजे दिए हैं. यह हमारी आशाओं के अनुरूप है. ब्रिटेन में नोवावैक्स ट्रायल के चीफ इंवेस्टिगेटर प्रोफेसर पॉल हीथ के मुताबिक यह काफी प्रशंसनीय है. इससे यह पता चलता है कि यह काफी सुरक्षित और असरदार कोरोना वैक्सीन है. खासकर यह ब्रिटेन के नए कोरोना वायरस रूप पर भी प्रभावी पाई गई है.
ब्रिटिश सरकार का कहना है कि अगर मेडिसिंस एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी की की ओर से इसे हरी झंडी मिलती है तो नोवावैक्स वैक्सीन इस साल के मध्य तक लोगों को मिल जाएगी. इससे पहले मौजूदा समय में ब्रिटेन में तीन कोरोना वैक्सीन को हरी झंडी दी जा चुकी है. इनमें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका की वैक्सीन, फाइजर और बायोएनटेक की वैक्सीन व मॉर्डना की वैक्सीन शामिल हैं.
जानकारी दी गई है कि ब्रिटेन में किए गए तीसरी ट्रायल में नोवावैक्स ने कोविड 19 के खिलाफ 89.3 फीसदी प्रभावी रूप दिखाया है. यह ट्रायल 18 से 84 साल के 15 हजार से अधिक लोगों पर किया गया था. इनमें 27 फीसदी लोग 65 साल से अधिक उम्र के थे. इसे लेकर अच्छी खबर यह भी है कि यह वैक्सीन दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना के नए रूप पर भी 60 फीसदी प्रभावी पाई गई है.