लंदन. ब्रिटेन में लॉकडाउन के दौरान नियमों के उल्लंघन संबंधी जांच रिपोर्ट में शीर्ष पर बैठे लोगों समेत प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कार्यालय में नियमों के उल्लंघन की ‘संस्कृति’ को दोषी ठहराया गया है. वहीं, रिपोर्ट जारी होने के बाद विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद में अपना बयान दिया. उन्होंने कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान हुई सरकारी पार्टियों की जांच रिपोर्ट का जवाब देते हुए कहा कि वह “हर चीज की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं.”
बोरिस जॉनसन ने कहा कि 2020-21 में नियमों का उल्लंघन सामने आने के बाद से डाउनिंग स्ट्रीट में प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों को बदल दिया गया है. रिपोर्ट में हालांकि कहा गया है कि नियम तोड़ने का दोष सरकार के शीर्ष नेतृत्व पर है. जॉनसन ने फिर जोर देकर कहा कि उन्होंने जानबूझकर कोई नियम नहीं तोड़ा. उन्होंने विरोधियों की इस्तीफे की मांग को नजरअंदाज कर दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह “विनयपूर्ण” थे और उन्होंने “एक सबक सीखा” था लेकिन अब यह “आगे बढ़ने” और सरकार की प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करने का समय है।
इस बीच, विपक्ष ने एक बार फिर इस मामले में जॉनसन पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग उठायी. लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर ने कहा कि ग्रे की रिपोर्ट सामने आने के बाद सरकार के पास इस सदन में प्रधानमंत्री के शब्दों का बचाव करना असंभव हो गया है. विपक्ष के नेता ने कहा, ‘यह भरोसे से जुड़ी बात है.’
वरिष्ठ सरकारी अधिकारी सू ग्रे की यह बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई. रिपोर्ट में कहा गया, ऐसी संस्कृति के लिए ‘वरिष्ठ नेतृत्वकारी दल… को जिम्मेदारी लेनी चाहिए’ जिसने कार्यक्रमों को होने दिया, जिनका ‘आयोजन नहीं होना चाहिए था.’
ग्रे ने प्रधानमंत्री जॉनसन के कार्यालय का हवाला देते हुए कहा कि नंबर-10 नेतृत्व करने और फैसले लेने के मामले में विफल रहा. उन्होंने जॉनसन सरकार द्वारा कोरोना वायरस की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के दौरान सामाजिक दूरी बनाये रखने समेत अन्य नियमों के उल्लंघन के संबंध में 16 कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर जांच की.
रिपोर्ट के निष्कर्षों में ग्रे ने कहा कि वह डाउनिंग स्ट्रीट में हुई पार्टियों के लिए ‘नेतृत्व की विफलता’ के अपने दावे पर ‘बरकरार’ हैं.
मंत्रिमंडल कार्यालय में द्वितीय स्थायी सचिव ग्रे ने कहा, ‘मंशा जो रही भी हो, लेकिन इन अधिकतर पार्टियों के दौरान जो हुआ और जिस तरह हुआ, वो उस समय के कोविड दिशा-निर्देशों के अनुरुप नहीं था.’
ग्रे ने इस बात का भी जिक्र किया कि इस मामले में जारी पुलिस जांच दर्शाती है कि ‘कई लोग इसमें शामिल थे.’ वहीं, एक अन्य पुलिस जांच में जॉनसन समेत 83 लोगों पर जुर्माना लगाया गया है. पार्टीगेट का मामला सामने आने के बाद जॉनसन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ रहा था. उन्होंने इसके लिए खेद जताया लेकिन निजी स्तर पर कुछ भी गलत करने से इनकार किया था.
ग्रे की अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने अभियान ‘हिलमैन’ के अंतर्गत जांच शुरू की थी. पिछले सप्ताह पूरी हुई इस जांच के आधार पर 83 लोगों पर जुर्माना लगाया जा रहा है, जिनमें प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, उनकी पत्नी कैरी जॉनसन और ब्रिटिश मंत्री ऋषि सुनक का नाम शामिल है.
गौरतलब है कि इन सभी पर कोरोना वायरस की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर सरकारी कार्यालयों में पार्टी करने का आरोप है. इस मामले को पार्टीगेट करार दिया गया है. (एजेंसी इनपुट)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Britain