खुशखबरी! इजरायल ने किया कोरोना का टीका बनाने का दावा, शरीर में ही ख़त्म कर देता है वायरस

इजरायल का दावा- बना ली है कोरोना वायरस की वैक्सीन
इजरायल के रक्षा मंत्री नफताली बेन्नेट (Naftali bennett) ने सोमवार को बताया कि डिफेंस बायोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ने कोरोना वायरस का टीका बना लिया है.
- News18Hindi
- Last Updated: May 5, 2020, 2:22 PM IST
येरुशलम. इजरायल (Israel) ने दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस (Coronavirus) की वैक्सीन (Vaccine) तैयार कर ली है और ये जल्द सभी के लिए उपलब्ध हो जाएगी. इजरायल के रक्षा मंत्री नफताली बेन्नेट (Naftali bennett) ने सोमवार को बताया कि डिफेंस बायोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ने कोरोना वायरस का टीका बना लिया है. बेन्नेट के मुताबिक इंस्टीट्यूट ने कोरोना वायरस के एंटीबॉडीज तैयार कर ली हैं. इजरायल का दावा है कि वैक्सीन विकसित कर ली गयी है और पेटेंट और उत्पादन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
टाइम्स ऑफ़ इजरायल में छपी एक खबर के मुताबिक कोरोना का टीका बनाने का दावा करने वाली इजरायल इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च नाम की ये संस्था इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के अंतर्गत बेहद गोपनीय तरीके से कम करती है. बेन्नेट ने रविवार को इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च का दौरा करने के बाद ये ऐलान किया है. रक्षा मंत्री के मुताबिक यह एंटीबॉडी मोनोक्लोनल तरीके से कोरोना वायरस पर हमला करती है और संक्रमित लोगों के शरीर के अंदर ही कोरोना वायरस का खात्मा कर देती है.
पेटेंट हासिल होते ही शुरू होगा उत्पादन
इजरायल के रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि वैक्सीन विकसित कर ली गयी है और अब इसे पेटेंट कराने की प्रक्रिया जारी है. कुछ ही दिनों में अंतरराष्ट्रीय दवा कंपनियों से इसके व्यवसायिक स्तर पर उत्पादन के लिए बातचीत शुरू की जाएगी. बेन्नेट ने कहा, 'इस शानदार सफलता के लिए मुझे इंस्टीट्यूट के स्टाफ पर गर्व है.' हालांकि इजरायल ने ये नहीं बताया है कि इस वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल किया गया है या नहीं. बेन्नेट ने कहा कि इजरायल अब अपने नागरिकों के स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने की प्रक्रिया में संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है.
पहले भी किया था दावा
बता दें कि इससे पहले भी इजरायल के तेल अवीव (Tel Aviv) विश्वविद्यालय में कार्यरत एक इजरायली वैज्ञानिक ने कोरोना परिवार (Coronavirus) के वायरसों के लिए वैक्सीन डिजाइन का पेटेंट हासिल कर लिया था, जिसके बाद वैक्सीन की चर्चा शुरू हो गयी थी. तेल अवीव यूनिवर्सिटी ने एक बयान जारी कर बताया था कि यह पेटेंट 'यूनाटेड स्टेट्स पेटेंट एडं ट्रेडमार्क ऑफिस' ने प्रदान किया है.
मिली जानकारी के मुताबिक यह वैक्सीन कोरोना वायरस (Covid19) की संरचना पर सीधी चोट कर उसे निष्क्रिय करने में सक्षम है. ये टीका विश्वविद्यालय के जॉर्ज एस वाइज फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसेज में स्कूल ऑफ मॉलिक्यूलर सेल बायोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी के प्रोफेसर जोनाथन गरशोनी ने विकसित किया था. बयान में कहा गया है कि दवा के विकास में अभी कई माह लग सकते हैं. इसके बाद इसके क्लीनिकल ट्रायल का चरण शुरू होगा.
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टाइम्स ऑफ़ इजरायल में छपी एक खबर के मुताबिक कोरोना का टीका बनाने का दावा करने वाली इजरायल इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च नाम की ये संस्था इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के अंतर्गत बेहद गोपनीय तरीके से कम करती है. बेन्नेट ने रविवार को इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च का दौरा करने के बाद ये ऐलान किया है. रक्षा मंत्री के मुताबिक यह एंटीबॉडी मोनोक्लोनल तरीके से कोरोना वायरस पर हमला करती है और संक्रमित लोगों के शरीर के अंदर ही कोरोना वायरस का खात्मा कर देती है.
#BREAKING: Joint statement by the Israeli Ministery of Defense and the Israel Institute for Biological Research: A significant breakthrough has been achieved in finding an antidote to the Corona virus that attacks the virus and can neutralize it in the sick body
— Amichai Stein (@AmichaiStein1) May 4, 2020
पेटेंट हासिल होते ही शुरू होगा उत्पादन
इजरायल के रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि वैक्सीन विकसित कर ली गयी है और अब इसे पेटेंट कराने की प्रक्रिया जारी है. कुछ ही दिनों में अंतरराष्ट्रीय दवा कंपनियों से इसके व्यवसायिक स्तर पर उत्पादन के लिए बातचीत शुरू की जाएगी. बेन्नेट ने कहा, 'इस शानदार सफलता के लिए मुझे इंस्टीट्यूट के स्टाफ पर गर्व है.' हालांकि इजरायल ने ये नहीं बताया है कि इस वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल किया गया है या नहीं. बेन्नेट ने कहा कि इजरायल अब अपने नागरिकों के स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने की प्रक्रिया में संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है.
पहले भी किया था दावा
बता दें कि इससे पहले भी इजरायल के तेल अवीव (Tel Aviv) विश्वविद्यालय में कार्यरत एक इजरायली वैज्ञानिक ने कोरोना परिवार (Coronavirus) के वायरसों के लिए वैक्सीन डिजाइन का पेटेंट हासिल कर लिया था, जिसके बाद वैक्सीन की चर्चा शुरू हो गयी थी. तेल अवीव यूनिवर्सिटी ने एक बयान जारी कर बताया था कि यह पेटेंट 'यूनाटेड स्टेट्स पेटेंट एडं ट्रेडमार्क ऑफिस' ने प्रदान किया है.
मिली जानकारी के मुताबिक यह वैक्सीन कोरोना वायरस (Covid19) की संरचना पर सीधी चोट कर उसे निष्क्रिय करने में सक्षम है. ये टीका विश्वविद्यालय के जॉर्ज एस वाइज फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसेज में स्कूल ऑफ मॉलिक्यूलर सेल बायोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी के प्रोफेसर जोनाथन गरशोनी ने विकसित किया था. बयान में कहा गया है कि दवा के विकास में अभी कई माह लग सकते हैं. इसके बाद इसके क्लीनिकल ट्रायल का चरण शुरू होगा.
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