वॉशिंगटन. अमेरिकी वायुसेना अकादमी के चार कैडेट इस महीने ग्रेजुएट नहीं हो पाएंगे. अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार कोविड-19 वैक्सीन लेने से इनकार करने वाले वायुसेना अकादमी के चार कैडेट इस महीने ग्रेजुएट नहीं हो सकेंगे. उन्हें सैन्य अधिकारियों के रूप में कमीशन भी नहीं किया जा सकेगा. इतना ही नहीं इन कैडेट को ट्यूशन में लगे हजारों डॉलर का भुगतान भी करना होगा. यह अब तक की एकमात्र सैन्य अकादमी है, जहां कैडेटों को इस तरह के दंड का सामना करना पड़ सकता है. सेना और नौसेना ने कहा कि वेस्ट प्वाइंट में यूएस मिलिट्री अकादमी, या एनापोलिस में मैरीलैंड नौसेना अकादमी में किसी को भी टीके से इनकार करने के कारण ग्रेजुएट होने से नहीं रोका गया है. ग्रेजुएट होने में अभी भी दो सप्ताह का समय बाकी है.
रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने पिछले साल सैन्य अकादमियों सहित सेवा सदस्यों के लिए कोविड-19 टीकाकरण अनिवार्य कर दिया था. उन्होंने कहा था कि सैन्य तैयारी और सुरक्षा बलों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए टीका महत्वपूर्ण है. सैन्य नेताओं ने तर्क दिया है कि सुरक्षा बलों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए दशकों से सैनिकों को 17 टीके लगाए जाते हैं. सैन्य अकादमियों में पहुंचने वाले छात्रों को पहले दिन खसरा, कण्ठमाला और रूबेला जैसे टीके दिए जाते हैं.
वायु सेना अकादमी के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल ब्रायन मागुइरे ने कहा कि टीकाकरण की स्थिति चारों छात्रों की पढ़ाई में बाधा डाल सकती है, लेकिन ग्रेजुएट होने में अभी भी दो सप्ताह का समय है, इसलिए उनकी स्थिति बदल सकती है. कैडेट अपने फैसले पर विचार कर सकते हैं. मैगुइरे के अनुसार चारों कैडेट को संभावित परिणामों के बारे में सूचित कर दिया गया है और उन्होंने अकादमी के अधीक्षक से मुलाकात की है. इन चार के अलावा अकादमी में दो जूनियर, एक दूसरे वर्ष का छात्र और छह फ्रेशर्स ने भी वैक्सीन लेने से इनकार कर दिया है.
बता दें यदि कोई छात्र बीच में अकादमी छोड़ता है, या उन पर कोई अनुशासनात्मक की गई हो, तो इस तरह की परिस्तिथियों में छात्रों को सैन्य अकदमियों को ट्यूशन फीस का भुगतान करना पड़ता है. यह $200,000, या इससे अधिक हो सकती है. भुगतान को लेकर कोई भी अंतिम निर्णय सेवा सचिव द्वारा किया जाता है. वेस्ट प्वाइंट ने कहा कि 2022 की कक्षा का कोई भी सदस्य ऐसा नहीं है, जिसने वैक्सीन लेने से मना कर दिया हो.
वैक्सीन से इनकार करने वाले सेना, नौसेना, वायु सेना और मरीन के लगभग 4,000 सक्रिय ड्यूटी सेवा सदस्यों को छुट्टी दे दी गई है. सेवाओं द्वारा जारी किए गए हालिया आंकड़ों के अनुसार, 2,100 से अधिक मरीन, 900 नाविक, 500 सेना के सैनिकों और 360 एयरमैन को सेना से बाहर कर दिया गया है. जो लोग बिना छूट मांगे टीका लगवाने से मना कर देते हैं, उन्हें अभी भी छुट्टी दी जा रही है. लेकिन अदालतों ने धार्मिक छूट की मांग करने वाले सेवा सदस्यों के अतिरिक्त निर्वहन को रोक दिया है.
इसके अलावा पिछले महीने ओहियो में एक संघीय न्यायाधीश ने वायु सेना के एक दर्जन अधिकारियों और कुछ अतिरिक्त एयरमैन और जलाशयों को निकालने पर भी रोक लगा दी थी. बता दें कि नौसेना के लगभग 99%, वायु सेना, मरीन कोर और थल सेना के 98% सुरक्षा कर्मियों ने कोरोना की कम से कम एक डोज ले ली है.
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