पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सहवान शहर में स्थित लाल शाहबाज कलंदर दरगाह एक आत्मघाती हमले से थर्रा उठा. गुरुवार रात हुए इस धमाके में 75 जायरीनों की मौत हो गई और 150 जख्मी हो गए. हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने ली है.
पाकिस्तान में एक हफ्ते के अंदर यह पांचवां आतंकी हमला हुआ है. हमलावर ‘सुनहरे गेट’ से दरगाह के भीतर दाखिल हुआ और पहले उसने ग्रेनेड फेंका, लेकिन वह नहीं फटा. पुलिस के अनुसार यह धमाका सूफी रस्म ‘धमाल’ के दौरान हुआ. विस्फोट के समय दरगाह के परिसर के भीतर सैकड़ों की संख्या में जायरीन मौजूद थे.
सहवान के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उसने अफरा-तफरी मचाने के लिए पहले ग्रेनेड फेंका और फिर खुद को उड़ा लिया. सहवान थाने के एसएचओ रसूल बख्श ने बताया कि 75 लोगों की मौत हो गई, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.
12 साल में 25 से अधिक दरगाहों पर हमले
एदी फाउंडेशन के फैसल एदी ने इस बात की पुष्टि की है कि 60 शवों को हैदराबाद और जमशोरो के अस्पताल में ले जाया गया है. आईएसआईएस ने अपनी समाचार एजेंसी अमाक के जरिए हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि आत्मघाती हमलावर ने दरगाह में शिया लोगों को निशाना बनाया.
पाकिस्तान में साल 2005 से देश की 25 से ज्यादा दरगाहों पर हमले हुए हैं. हैदराबाद के आयुक्त काजी शाहिद ने कहा कि यह दरगाह दूरस्थ इलाके में स्थित है. ऐसे में हैदराबाद, जमशोरो, मोरो, दादू और नवाबशाह से एंबुलेंस, वाहनों और चिकित्सा दलों को मौके पर भेजा गया है.
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई है और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है. सेना ने कहा कि सी130 विमान के जरिए घायलों को नवाबशाह लाया जाएगा. प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस हमले की निंदा की पाकिस्तान के लोगों से एकजुट होकर खड़े होने की अपील की.
नवाज शरीफ ने बुलाई आपात बैठक
सिंध प्रांत के गवर्नर सैयद मुराद अली शाह ने कहा कि पाकिस्तानी सेना से आग्रह किया गया है कि वह रात में उड़ सकने वाले हेलीकॉप्टर मुहैया कराए ताकि शवों और घायलों को लाया जा सके. हफ्ते में गुरुवार के दिन बड़ी संख्या में लोग दरगाह जाते हैं. लाल शहबाज कलंदर सूफी दार्शनिक-शायर थे.
सूफी दरगाह पर यह हमला उस वक्त हुआ है जब एक दिन पहले ही पाकिस्तान सरकार ने देश में आतंकी हमलों में हुई बढ़ोतरी को देखते हुए उन सभी तत्वों को मिटाने का संकल्प लिया था जो देश में शांति और सुरक्षा पर खतरा पैदा कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने देश में सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की, जिसमें यह फैसला लिया गया.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि बैठक में देश में पनपने वाले आतंकवाद या बाहर से अंजाम दिए जा रहे या शेल्टर पाने वाले आतंकवाद के खात्मे का और देश की शांति और सुरक्षा पर खतरा पैदा कर रहे तत्वों को सरकार की ताकत से मिटाने का संकल्प लिया गया. बैठक में आतंकवाद और अतिवाद के भौतिक और वैचारिक खात्मे के संकल्प को दोहराया गया.
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बता दें कि सोमवार को ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की असेंबली के बाहर एक विरोध रैली के दौरान आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया था, जिससे दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित 16 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि इस हमले में करीब 60 अन्य घायल हुए थे.
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Tags: Pakistan
FIRST PUBLISHED : February 16, 2017, 21:09 IST