अरुणाचल में चीनी गांव बसाने की खबरों पर बोला MEA-सीमा पर बनी हुई हैं हमारी निगाहें

चीन हमेशा से घुसपैठ की कोशिश करता रहा है. फोटो सौ. (रॉयटर्स)
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा है- हमने भारत के साथ लगती सीमा पर चीन द्वारा निर्माण (Construction) की खबरें देखी हैं. चीन इस तरह की विवादित निर्माण गतिविधि बीते कई वर्षों से कर रहा है. इसी के जवाब में भारत की तरफ से भी सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया जा रहा है. हम सड़कें पुल आदि बना रहे हैं जिससे स्थानीय लोगों की लंबे समय की मुश्किलें हल हो सकें.
- News18Hindi
- Last Updated: January 18, 2021, 6:58 PM IST
नई दिल्ली. भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में चीन द्वारा गांव बसाए जाने की खबरों पर विदेश मंत्रालय (MEA) ने जवाब दिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मंत्रालय ने कहा, 'हमने भारत के साथ लगती सीमा पर चीन द्वारा निर्माण की खबरें देखी हैं. चीन इस तरह की विवादित निर्माण गतिविधि बीते कई वर्षों से कर रहा है. इसी के जवाब में भारत की तरफ से भी सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया जा रहा है. हम सड़कें पुल आदि बना रहे हैं जिससे स्थानीय लोगों की लंबे समय की मुश्किलें हल हो सकें.'
मंत्रालय के मुताबिक, सीमाई इलाकों पर लगातार निगाह बनी हुई है और देश की संप्रभुता और सीमाई अखंडता को बचाए रखने के सभी कदम उठाए जा रहे हैं. सरकार सीमाई इलाकों में निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है जिससे वहां के स्थानीय लोगों की जिंदगी सुचारू रूप से चल सके. इन इलाकों में अरुणाचल प्रदेश भी शामिल है.
गौरतलब है कि इससे पहले एनडीटीवी ने एक रिपोर्ट की थी जिसके मुताबिक चीन ने अरुणाचल प्रदेश में एक गांव बसा लिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने इस गांव में करीब 101 घर भी बना लिए हैं. त्सारी चू नाम का यह गांव अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक भारतीय सीमा के करीब 4.5 किमी अंदर स्थित है. यह गांव अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में स्थित है. इस गांव के किनारे त्सारी चू (River Tsari Chu) नाम की नदी भी बहती है.
त्सारी चू नदी के किनारे गांव बसायारिपोर्ट के मुताबिक चीन का यह गांव भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है. यह गांव त्सारी चू नदी के किनारे पर मौजूद है. यह वो इलाका है, जहां पर दोनों देशों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है और इसे सशस्त्र लड़ाई वाली जगह के तौर पर चिन्हित किया गया है. यह गांव हिमालय के पूर्वी रेंज में तब बनाया गया है, जब इसके कुछ वक्त पहले ही दोनों देशों की सेनाओं के बीच जून में दशकों बाद गलवान घाटी एक हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे.
मंत्रालय के मुताबिक, सीमाई इलाकों पर लगातार निगाह बनी हुई है और देश की संप्रभुता और सीमाई अखंडता को बचाए रखने के सभी कदम उठाए जा रहे हैं. सरकार सीमाई इलाकों में निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है जिससे वहां के स्थानीय लोगों की जिंदगी सुचारू रूप से चल सके. इन इलाकों में अरुणाचल प्रदेश भी शामिल है.
गौरतलब है कि इससे पहले एनडीटीवी ने एक रिपोर्ट की थी जिसके मुताबिक चीन ने अरुणाचल प्रदेश में एक गांव बसा लिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने इस गांव में करीब 101 घर भी बना लिए हैं. त्सारी चू नाम का यह गांव अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक भारतीय सीमा के करीब 4.5 किमी अंदर स्थित है. यह गांव अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में स्थित है. इस गांव के किनारे त्सारी चू (River Tsari Chu) नाम की नदी भी बहती है.
त्सारी चू नदी के किनारे गांव बसायारिपोर्ट के मुताबिक चीन का यह गांव भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है. यह गांव त्सारी चू नदी के किनारे पर मौजूद है. यह वो इलाका है, जहां पर दोनों देशों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है और इसे सशस्त्र लड़ाई वाली जगह के तौर पर चिन्हित किया गया है. यह गांव हिमालय के पूर्वी रेंज में तब बनाया गया है, जब इसके कुछ वक्त पहले ही दोनों देशों की सेनाओं के बीच जून में दशकों बाद गलवान घाटी एक हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे.