पढ़ने के शौक ने बदल दी जिंदगी, तीसरी पीढ़ी की मेड अब हैं रैपर और टीवी होस्ट

जॉइस अब रैपर भी बन गई हैं. लोग उन्हें प्रेटा रारा के नाम से जानते हैं. इसका मतलब होता है 'अद्वितीय अश्वेत महिला.' (Photo Credit-AP)
जॉइस फर्नांडीस (Joyce Fernandes) एक अपार्टमेंट में घर की देखभाल और साफ-सफाई का काम करती थीं. वह घंटों बुक-शेल्फ को साफ करती थीं. इस बीच उन्हें ‘ओल्गा: रिवोल्यूशनरी एंड मार्टियर’ नाम की किताब दिखी, जिसे उन्होंने पढ़ना शुरू कर दिया.
- News18Hindi
- Last Updated: February 23, 2021, 10:22 AM IST
ब्रासिलिया. कहते हैं कि किताबें आपकी सच्ची दोस्त होती हैं. ब्राजील में एक नौकरानी की किताबें पढ़ने के शौक ने उसकी तकदीर बदल दी. अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी की नौकरानी अपने इस अच्छे शौक के चलते अब स्टार बन चुकी हैं. वो एक लेखिका, रैपर और टीवी होस्ट भी हैं. दरअसल, जॉइस फर्नांडीस (Joyce Fernandes) एक अपार्टमेंट में घर की देखभाल और साफ-सफाई का काम करती थीं. वह घंटों बुक-शेल्फ को साफ करती थीं. इस बीच उन्हें ‘ओल्गा: रिवोल्यूशनरी एंड मार्टियर’ नाम की किताब दिखी, जिसे उन्होंने पढ़ना शुरू कर दिया.
जॉइस उस किताब को मालिक के बाहर जाने के बाद ही पढ़ती थी. उन्हें डर था कि अगर कभी मालिक ने उन्हें ऐसा करते देख लिया, तो नौकरी से निकाल देंगे. हालांकि, एक मालिक ने जॉइस को किताब पढ़ते देख लिया. मालिक ने न डांटा और न ही नौकरी से निकाला, बल्कि जॉइस की तारीफ की. फिर उन्हें और पढ़ने के लिए प्रेरित किया. ऐसे में जॉइस अब बिना किसी डर के किताबें पढ़ने लगीं.
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2012 में हासिल की डिग्रीइसके बाद जॉइस ने कॉलेज में दाखिला लिया और 2012 में डिग्री हासिल की. किताबें पढ़ने का शौक अब किताबें लिखने के शौक में बदल चुका था. उन्होंने नौकरानियों की जिंदगी पर किताब लिखी, जो ब्राजील में चर्चा का विषय बनी.
मकान मालिक सिर्फ बचा हुआ खाना देते थे
अपनी किताब में 35 वर्षीय जॉइस बताती हैं- ‘जिन घरों में उन्होंने नौकरानी का काम किया, वहां सिर्फ बचा हुआ खाना उन्हें खाने के लिए दिया जाता था. बाथरूम के इस्तेमाल पर भी पाबंदी थी. पैर धोकर घर में एंट्री मिलती थी. चीजें टूटने या नुकसान होने पर यातनाएं दी जाती थीं. यह सिर्फ उनकी ही कहानी नहीं थी, बल्कि ज्यादातर मेड की यही स्थिति थी. हालांकि, उस समय उदार मालिक का मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी.’
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प्रेटा रारा के नाम से हैं मशहूर
जॉइस ने इसके बाद कुछ टीवी प्रोग्राम भी होस्ट किए. इनमें नौकरानियों और नस्लवाद जैसे मुद्दों को उठाया गया. जॉइस अब रैपर भी बन गई हैं. लोग उन्हें प्रेटा रारा के नाम से जानते हैं. इसका मतलब होता है 'अद्वितीय अश्वेत महिला.'
जॉइस उस किताब को मालिक के बाहर जाने के बाद ही पढ़ती थी. उन्हें डर था कि अगर कभी मालिक ने उन्हें ऐसा करते देख लिया, तो नौकरी से निकाल देंगे. हालांकि, एक मालिक ने जॉइस को किताब पढ़ते देख लिया. मालिक ने न डांटा और न ही नौकरी से निकाला, बल्कि जॉइस की तारीफ की. फिर उन्हें और पढ़ने के लिए प्रेरित किया. ऐसे में जॉइस अब बिना किसी डर के किताबें पढ़ने लगीं.
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2012 में हासिल की डिग्रीइसके बाद जॉइस ने कॉलेज में दाखिला लिया और 2012 में डिग्री हासिल की. किताबें पढ़ने का शौक अब किताबें लिखने के शौक में बदल चुका था. उन्होंने नौकरानियों की जिंदगी पर किताब लिखी, जो ब्राजील में चर्चा का विषय बनी.
मकान मालिक सिर्फ बचा हुआ खाना देते थे
अपनी किताब में 35 वर्षीय जॉइस बताती हैं- ‘जिन घरों में उन्होंने नौकरानी का काम किया, वहां सिर्फ बचा हुआ खाना उन्हें खाने के लिए दिया जाता था. बाथरूम के इस्तेमाल पर भी पाबंदी थी. पैर धोकर घर में एंट्री मिलती थी. चीजें टूटने या नुकसान होने पर यातनाएं दी जाती थीं. यह सिर्फ उनकी ही कहानी नहीं थी, बल्कि ज्यादातर मेड की यही स्थिति थी. हालांकि, उस समय उदार मालिक का मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी.’
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जॉइस ने इसके बाद कुछ टीवी प्रोग्राम भी होस्ट किए. इनमें नौकरानियों और नस्लवाद जैसे मुद्दों को उठाया गया. जॉइस अब रैपर भी बन गई हैं. लोग उन्हें प्रेटा रारा के नाम से जानते हैं. इसका मतलब होता है 'अद्वितीय अश्वेत महिला.'