कश्मीर पर PAK को फिर झटका, ICJ में बोला पाकिस्तानी वकील- हमारे पास सबूत नहीं

पाकिस्तानी के ICJ में वकील ने कहा है कि हमारे पास कश्मीर में नरसंहार साबित करने के सुबूत नहीं हैं (फाइल फोटो)
पाकिस्तानी वकील खावर कुरैशी (Khawar Qureshi) ने यह बात स्वीकार की है कि पाकिस्तान (Pakistan) के पास इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (International Court of Justice) में यह साबित करने के लिए पर्याप्त सुबूत नहीं है कि कश्मीर (Kashmir) में नरसंहार (Genocide) हो रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: September 3, 2019, 4:48 PM IST
इस्लामाबाद, पाकिस्तान: पाकिस्तानी वकील खावर कुरैशी (Khawar Qureshi) ने यह बात स्वीकार की है कि पाकिस्तान(Pakistan) के पास इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (International Court of Justice) में यह साबित करने के लिए पर्याप्त सुबूत नहीं है कि कश्मीर (Kashmir) में नरसंहार (Genocide) हो रहे हैं. कुरैशी ने कहा है कि सुबूतों के अभाव में, पाकिस्तान के लिए इस केस को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में ले जाना बहुत ही कठिन होगा.
इससे पहले पाकिस्तान ने कश्मीर मामले को अंतरराष्ट्रीय अदालत (ICJ) में उठाने की बात कही थी. इसके जरिए पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण (Internationalisation) करना चाहता था. इससे पहले पाकिस्तान इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भी उठा चुका है. साथ ही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसी महीने संयुक्त राष्ट्र के उनके संबोधन में इस मुद्दे को फिर से उठाने की बात कही थी.
पाकिस्तानी विदेश मंत्री के लिए बड़ी असफलता
पाकिस्तानी वकील के इस बयान के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) को मुंह की खानी पड़ी है जिन्होंने कश्मीर के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय अदालत में उठाने की बात कही थी.इससे पहले पाकिस्तान को कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) के मामले में भी अंतरराष्ट्रीय अदालत से झटका लग चुका है. कुलभूषण मामले में ICJ ने भारत के पक्ष में फैसला देते हुए कुलभूषण की फांसी पर रोक लगा दी थी और पाकिस्तान को कुलभूषण जाधव को काउंसलर उपलब्ध कराने को कहा था.
मुद्दे के अंतरराष्ट्रीयकरण के सारे प्रयास बेकार
पाकिस्तान, कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाकर उसका विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से ही बौखलाया हुआ है. और कई बार कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय बनाने के लिए प्रयास कर चुका है. लेकिन भारतीय प्रयासों के सामने उसकी एक भी नहीं चली है और अंतत: अमेरिका सहित दुनिया के ज्यादातर देशों ने उसे संदेश दे दिया है कि कश्मीर भारत का आंतरिक और भारत और पाक के बीच का मसला है.
इसके बाद पाक के मंत्रियों की ओर से कुछ उलजुलूल दावे और परमाणु हमले तक की धमकियां भी आई हैं लेकिन भारत की मजबूती के सामने सबकुछ नाकाफी रहा है.
यह भी पढ़ें: अमित शाह बोले- 15 दिन में हट जाएगी टेलीफोन-इंटरनेट पर पाबंदी
इससे पहले पाकिस्तान ने कश्मीर मामले को अंतरराष्ट्रीय अदालत (ICJ) में उठाने की बात कही थी. इसके जरिए पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण (Internationalisation) करना चाहता था. इससे पहले पाकिस्तान इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भी उठा चुका है. साथ ही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसी महीने संयुक्त राष्ट्र के उनके संबोधन में इस मुद्दे को फिर से उठाने की बात कही थी.
पाकिस्तानी विदेश मंत्री के लिए बड़ी असफलता
पाकिस्तानी वकील के इस बयान के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) को मुंह की खानी पड़ी है जिन्होंने कश्मीर के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय अदालत में उठाने की बात कही थी.इससे पहले पाकिस्तान को कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) के मामले में भी अंतरराष्ट्रीय अदालत से झटका लग चुका है. कुलभूषण मामले में ICJ ने भारत के पक्ष में फैसला देते हुए कुलभूषण की फांसी पर रोक लगा दी थी और पाकिस्तान को कुलभूषण जाधव को काउंसलर उपलब्ध कराने को कहा था.
मुद्दे के अंतरराष्ट्रीयकरण के सारे प्रयास बेकार
पाकिस्तान, कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाकर उसका विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से ही बौखलाया हुआ है. और कई बार कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय बनाने के लिए प्रयास कर चुका है. लेकिन भारतीय प्रयासों के सामने उसकी एक भी नहीं चली है और अंतत: अमेरिका सहित दुनिया के ज्यादातर देशों ने उसे संदेश दे दिया है कि कश्मीर भारत का आंतरिक और भारत और पाक के बीच का मसला है.
इसके बाद पाक के मंत्रियों की ओर से कुछ उलजुलूल दावे और परमाणु हमले तक की धमकियां भी आई हैं लेकिन भारत की मजबूती के सामने सबकुछ नाकाफी रहा है.
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