भारत की सख्ती से बैकफुट पर पाकिस्तान, इमरान खान ने लगाई ये गुहार

इमरान खान ने भारत से लगाई गुहार. (File pic)
Imran Khan Latest News: इमरान खान ने दो दिवसीय इस्लामाबाद सुरक्षा वार्ता के उद्घाटन भाषण में कहा कि उनकी सरकार ने 2018 में सत्ता में आने के बाद भारत के साथ बेहतर संबंधों के लिए हर चीज की है और अब भारत की बारी है.
- भाषा
- Last Updated: March 17, 2021, 5:59 PM IST
इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने बुधवार को कहा कि उनके मुल्क के साथ शांति रखने पर भारत को इसका आर्थिक लाभ मिलेगा. इससे भारत को पाकिस्तानी भू-भाग के रास्ते संसाधन बहुल मध्य एशिया में सीधे पहुंचने में मदद मिलेगी. इमरान खान ने दो दिवसीय इस्लामाबाद सुरक्षा वार्ता के उद्घाटन भाषण में कहा कि उनकी सरकार ने 2018 में सत्ता में आने के बाद भारत के साथ बेहतर संबंधों के लिए हर कोशिश की है और अब भारत की बारी है.
भारत को उठाना होगा पहला कदम
उन्होंने कहा, ‘‘भारत को पहला कदम उठाना होगा. वे जब तक ऐसा नहीं करेंगे, हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं. ’’ गौरतलब है कि भारत ने पिछले महीने कहा था कि वह पाकिस्तान के साथ आतंक, बैर और हिंसा मुक्त माहौल के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध की आकांक्षा करता है. भारत ने कहा था कि इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है कि वह आतंकवाद और शत्रुता मुक्त माहौल तैयार करे.
श्रीलंका के साथ रिश्ते मजबूत करने में जुटा है पाकिस्तान
इससे पहले श्रीलंका के दौरे पर पहुंचे इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान सीपीईसी के जरिये श्रीलंका के साथ कारोबारी संबंधों को बढ़ाने की दिशा में देख रहा है. उन्होंने कहा कि श्रीलंका पहले ही चीन के महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड कार्यक्रम का हिस्सा है और सीपीईसी उसका सबसे बेहतरीन उदाहरण है.
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पाकिस्तानी पीएम ने कहा, 'हमने उन क्षेत्रों के बारे में चर्चा की जहां हम अपने कारोबारी संबंधों को बढ़ा सकते हैं, जहां भविष्य में श्रीलंका को मध्य एशिया तक पाकिस्तान के संपर्क से फायदा हो सकता है. और हमारे कारोबारी संबंधों का यह मतलब भी है कि दोनों देश साथ चलेंगे.' बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह को चीन के शिनजियांग प्रांत से जोड़ने वाली सीपीईसी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का ड्रीम प्रॉजेक्ट है.
भारत को उठाना होगा पहला कदम
उन्होंने कहा, ‘‘भारत को पहला कदम उठाना होगा. वे जब तक ऐसा नहीं करेंगे, हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं. ’’ गौरतलब है कि भारत ने पिछले महीने कहा था कि वह पाकिस्तान के साथ आतंक, बैर और हिंसा मुक्त माहौल के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध की आकांक्षा करता है. भारत ने कहा था कि इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है कि वह आतंकवाद और शत्रुता मुक्त माहौल तैयार करे.

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पाकिस्तानी पीएम ने कहा, 'हमने उन क्षेत्रों के बारे में चर्चा की जहां हम अपने कारोबारी संबंधों को बढ़ा सकते हैं, जहां भविष्य में श्रीलंका को मध्य एशिया तक पाकिस्तान के संपर्क से फायदा हो सकता है. और हमारे कारोबारी संबंधों का यह मतलब भी है कि दोनों देश साथ चलेंगे.' बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह को चीन के शिनजियांग प्रांत से जोड़ने वाली सीपीईसी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का ड्रीम प्रॉजेक्ट है.