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इन 2 सितारों की टक्कर से अंतरिक्ष में फैल जाएगा सोना! अनोखे स्टार सिस्टम का पता चला

इस CPD-29 2176 सिस्टम को सबसे पहले नासा के नील गेहर्ल्स स्विफ्ट ऑब्जर्वेटरी द्वारा पहचाना गया था. (File Photo)

इस CPD-29 2176 सिस्टम को सबसे पहले नासा के नील गेहर्ल्स स्विफ्ट ऑब्जर्वेटरी द्वारा पहचाना गया था. (File Photo)

Twin stars collision: CPD-29 2176 सिस्टम को सबसे पहले नासा के नील गेहर्ल्स स्विफ्ट ऑब्जर्वेटरी द्वारा पहचाना गया था और ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

वैज्ञानिकों ने दो न्यूट्रॉन स्टार्स को खोजा है जो आपस में जल्द टकराकर विलय करेंगे
ब्रह्मांड की गहराई में केवल 10 ऐसी प्रणालियों का पता लगाया गया है
यह प्रणाली हमारी मिल्की वे आकाशगंगा में पृथ्वी से लगभग 11,000 प्रकाश-वर्ष की दूरी पर स्थित है

वाशिंगटन. एस्ट्रोनॉमर्स ने पहली बार एक ऐसे स्टार सिस्टम का पता लगाया है जो एक दिन एक अति शक्तिशाली किलोनोवा (Kilonova) विस्फोट का निर्माण करेगा, जिसमें से सोना निकलने वाला है. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों ने दो न्यूट्रॉन स्टार्स (Neutron Stars) को खोजा है जो आपस में जल्द टकराकर विलय करेंगे. यह ब्रह्मांड में सबसे शक्तिशाली विस्फोटों में से एक होगा.

इस खोज को जो चीज बेहद अनूठी बनाती है वह यह है कि ब्रह्मांड की गहराई में केवल 10 ऐसी प्रणालियों का पता लगाया गया है. खगोलविदों ने बाइनरी स्टार सिस्टम (Binary Star System) को उजागर करने के लिए चिली में सेरो टोलो इंटर-अमेरिकन ऑब्जर्वेटरी में SMARTS 1.5-मीटर टेलीस्कोप का इस्तेमाल किया. यह प्रणाली हमारी मिल्की वे आकाशगंगा में पृथ्वी से लगभग 11,000 प्रकाश-वर्ष की दूरी पर स्थित है और नई खोजी गई प्रणाली में एक किलोनोवा घटना होने की सभी सही सामग्रियां हैं. इस शोध के निष्कर्ष आज प्रकृति पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं.

इस CPD-29 2176 सिस्टम को सबसे पहले नासा के नील गेहर्ल्स स्विफ्ट ऑब्जर्वेटरी द्वारा पहचाना गया था और बाद में SMARTS 1.5-मीटर टेलीस्कोप द्वारा इसका विश्लेषण किया गया था. इसने खगोलविदों को कक्षीय विशेषताओं और इस प्रणाली को बनाने वाले सितारों के प्रकारों को पहचानने की अनुमति दी.

उन्होंने पाया कि सिस्टम में एक न्यूट्रॉन स्टार है जो एक अल्ट्रा-स्ट्राइप्ड सुपरनोवा द्वारा बनाया गया था और एक निकट परिक्रमा करने वाला विशाल स्टार जो कि अल्ट्रा-स्ट्रिप्ड सुपरनोवा बनने की प्रक्रिया में है. शोधकर्ताओं ने कहा कि एक अल्ट्रा-स्ट्रिप्ड सुपरनोवा एक विशाल तारे का जीवन के अंत में होने वाला विस्फोट है. इस किलोनोवा घटना से खगोलविद उत्साहित हैं क्योंकि यह इस रहस्य को उजागर कर सकता है कि किलोनोवा कैसे बनता है और ब्रह्मांड में सबसे भारी तत्वों की उत्पत्ति पर प्रकाश डालता है.

Tags: Space news, Space scientists, Stars, World news

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