पाक के आरोप के बाद ईरान का पलटवार, पाकिस्तानी नागरिकों को सीमा पर छोड़ा

पाक का आरोप पाकिस्तानियों के खाने-पीने की सहूलियत का ध्यान भी नहीं रखा गया. फोटो साभार/ट्विटर
बलूचिस्तान सरकार ने यह भी कहा कि बेहतर यही होता कि ईरान से क्वारंटाइन कराने के बाद ही जायरीन को वापस भेजा जाता.
- News18Hindi
- Last Updated: March 30, 2020, 11:56 AM IST
इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) में सरहद बंद होने के बावजूद ईरान (Iran) से लोगों का आना जारी है. कोएटा के डिप्टी कमिश्नर चागी ने कहा है कि ईरान के अधिकारियों से आग्रह किया गया था कि जायरीन को ताफ्तान (Taftan) सीमा पर लाकर न छोड़ा जाए. इसके बावजूद ईरानी अधिकारी लगातार पाकिस्तानी जायरीन को वापस कर रहे हैं.
बिना क्वारंटाइन किए पाक नागरिक वापस भेज रहा ईरान
'एआरवाई न्यूज' के मुताबिक बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी ने जायरीन की वापसी की पुष्टि की है. उन्होंने मीडिया को बताया कि 'पाकिस्तानी जायरीन हर दिन आ रहे हैं और उनके आने पर कोई पाबंदी भी नहीं लगाई गई है. मगर ईरान सरकार से अनुरोध किया गया था कि वह पाकिस्तान वापस आने वाले लोगों को कम से कम 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कैंप में रखे, तब वापस भेजे, लेकिन वहां से पाकिस्तानी नागरिकों को ऐसे ही वापस भेजा जा रहा है.' वहीं डीसी चागी आगा शेर जमान का कहना था कि 'हमारे अनुरोध पर ईरानी अधिकारियों ने जवाब दिया कि हम पाकिस्तानियों को वापस भेज रहे हैं. इसके बाद जायरीन को ताफ्तान गेट पर लाकर अकेला छोड़ दिया जाता है. इस पर पाकिस्तान की ओर से विरोध भी जताया गया. वहीं इन हालात से शीर्ष अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है.' यही वजह है कि गुरुवार को ईरान से आए 100 जायरीन को क्वारंटाइन कैंप में रखा गया है.
जायरीन को वापसी की अनुमति देने के अलावा कोई विकल्प नहींइस बीच बलूचिस्तान सरकार ने यह भी कहा कि बेहतर यही होता कि ईरान से क्वारंटाइन कराने के बाद ही जायरीन को वापस भेजा जाता. मगर इसके बिना ही ईरान की सरकार नेे पाकिस्तानियों को पासपोर्ट पर एक्जिट स्टाम्प लगा कर सीमा पर भेजना शुरू कर दिया. वहीं लियाकत शाहवानी ने कहा कि 'ईरानी सीमा पर पाकिस्तानियों के पास खाने-पीने की सहूलियत भी नहीं थी. ऐसे में बलूचिस्तान सरकार के पास जायरीन को वापस आने की अनुमति देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.
उन्होंने आगे कहा कि हालात का अनुमान लगा कर ही पाकिस्तानी जायरीन को वापस आने की अनुमति दी गई. वापस आने वाले पाकिस्तानियों को अन्य प्रांतों में क्वारंटाइन कैंप में भेजा जा रहा है. हालांकि इसके बावजूद जायरीन की वापसी अभी भी जारी है. यही वजह है कि इस आवाजाही के बावजूद सीमा बंद किए जाने का मकसद पूरा नहीं हो रहा. गौरतलब है कि हाल में स्वास्थ्य सलाहकार जफर मिर्जा ने कहा था कि पाकिस्तान में 78 फीसदी कोरोना के मामले ईरान से आने वाले जायरीन की वजह से हैं. इसके बाद ईरान की ओर से पाकिस्तानी जायरीन को बिना क्वारंटाइन किए ही वापस भेजे जाने का कदम उठाया गया.
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बिना क्वारंटाइन किए पाक नागरिक वापस भेज रहा ईरान
'एआरवाई न्यूज' के मुताबिक बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी ने जायरीन की वापसी की पुष्टि की है. उन्होंने मीडिया को बताया कि 'पाकिस्तानी जायरीन हर दिन आ रहे हैं और उनके आने पर कोई पाबंदी भी नहीं लगाई गई है. मगर ईरान सरकार से अनुरोध किया गया था कि वह पाकिस्तान वापस आने वाले लोगों को कम से कम 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कैंप में रखे, तब वापस भेजे, लेकिन वहां से पाकिस्तानी नागरिकों को ऐसे ही वापस भेजा जा रहा है.' वहीं डीसी चागी आगा शेर जमान का कहना था कि 'हमारे अनुरोध पर ईरानी अधिकारियों ने जवाब दिया कि हम पाकिस्तानियों को वापस भेज रहे हैं. इसके बाद जायरीन को ताफ्तान गेट पर लाकर अकेला छोड़ दिया जाता है. इस पर पाकिस्तान की ओर से विरोध भी जताया गया. वहीं इन हालात से शीर्ष अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है.' यही वजह है कि गुरुवार को ईरान से आए 100 जायरीन को क्वारंटाइन कैंप में रखा गया है.
जायरीन को वापसी की अनुमति देने के अलावा कोई विकल्प नहींइस बीच बलूचिस्तान सरकार ने यह भी कहा कि बेहतर यही होता कि ईरान से क्वारंटाइन कराने के बाद ही जायरीन को वापस भेजा जाता. मगर इसके बिना ही ईरान की सरकार नेे पाकिस्तानियों को पासपोर्ट पर एक्जिट स्टाम्प लगा कर सीमा पर भेजना शुरू कर दिया. वहीं लियाकत शाहवानी ने कहा कि 'ईरानी सीमा पर पाकिस्तानियों के पास खाने-पीने की सहूलियत भी नहीं थी. ऐसे में बलूचिस्तान सरकार के पास जायरीन को वापस आने की अनुमति देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.
उन्होंने आगे कहा कि हालात का अनुमान लगा कर ही पाकिस्तानी जायरीन को वापस आने की अनुमति दी गई. वापस आने वाले पाकिस्तानियों को अन्य प्रांतों में क्वारंटाइन कैंप में भेजा जा रहा है. हालांकि इसके बावजूद जायरीन की वापसी अभी भी जारी है. यही वजह है कि इस आवाजाही के बावजूद सीमा बंद किए जाने का मकसद पूरा नहीं हो रहा. गौरतलब है कि हाल में स्वास्थ्य सलाहकार जफर मिर्जा ने कहा था कि पाकिस्तान में 78 फीसदी कोरोना के मामले ईरान से आने वाले जायरीन की वजह से हैं. इसके बाद ईरान की ओर से पाकिस्तानी जायरीन को बिना क्वारंटाइन किए ही वापस भेजे जाने का कदम उठाया गया.
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