PAK: इस्लामिक स्टेट ने ली बलूचिस्तान में 11 शिया मुस्लिमों के क़त्ल की जिम्मेदारी

पाकिस्तानी पीएम इमरान खान (फाइल फोटो)
Islamic State killed 11 in Pakistan: आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में अल्पसंख्यक शिया हज़ारा समुदाय के 11 लोगों की हत्या की जिम्मेदारी ली है. इन लोगों की हत्या बेहद क्रूरता के साथ गला काटकर की गयी थी.
- News18Hindi
- Last Updated: January 4, 2021, 11:31 AM IST
इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) के बलूचिस्तान प्रांत में अल्पसंख्यक शिया हज़ारा समुदाय (Shiite Hazara minority) पर हुए हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (Islamic State) ने ली है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ इस्लामिक स्टेट ने सोमवार सुबह एक ख़त लिखकर इस हमले की जिम्मेदारी ली और हजार समुदाय के लोगों को गैर-इस्लामिक और काफिर बताया. ये हमला बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से क़रीब 100 किमी. दक्षिण पूर्व में स्थित बोलान ज़िले के मछ इलाक़े में रविवार सुबह हुआ था.
अधिकारियों के मुताबिक़ इस हमले में कोयले की खदान में काम करने वाले 11 कामगारों की हत्या कर दी गई है. उस समय कामगार खदान के पास बने अपने कमरे में थे. इन सभी खदान मजदूरों की हत्या बड़ी ही बेदर्दी से गला काटकर की गयी है. एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सभी कामगारों के गले काटे गए हैं. उनके हाथ पीछे बंधे हैं और आंखों पर पट्टी बंधी हुई है. इस घटना से सम्बंधित एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है जिसमें तीन शव कमरे के बाहर दिख रहे हैं और बाकी शव खून में लथपथ अंदर पड़े हैं. हालांकि इस वीडियो की पुष्टि नहीं हुई है.
पीएम इमरान ने की आलोचना
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने एक ट्वीट करके इस घटना की निंदा की. उन्होंने कहा, 'मछ बलूचिस्तान में 11 निर्दोष खदान कामगारों की निंदनीय हत्या आतंकवाद का एक और कायरतापूर्ण अमानवीय कृत्य है.' पीएम ने कहा, 'सीमांत पुलिस को इन हत्यारों को पकड़ने और न्याय दिलाने के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है.' बता दें कि इससे पहले अप्रैल में एक बाज़ार में हुए आत्मघाती विस्फोट में 18 लोग मारे गए थे. उनमें से आधे हज़ारा समुदाय से थे.

रविवार को हुए हमले के विरोध में शिया हज़ारा समुदाय के लोगों ने क्वेटा में पश्चिमी बायपास को जाम कर दिया और टायर जलाए. बलूचिस्तान 60 अरब डॉलर के चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का केंद्र है. पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान में शिया हज़ारा समुदाय तालिबान और इस्लामिक स्टेट और अन्य सुन्नी मुस्लिम आतंकवादी समूहों के निशाने पर रहे हैं. साल 2013 में राजधानी क्वेटा में हुए बम विस्फोटों में हज़ारा समुदाय वाले इलाक़ों में 200 लोग मारे गए थे.
अधिकारियों के मुताबिक़ इस हमले में कोयले की खदान में काम करने वाले 11 कामगारों की हत्या कर दी गई है. उस समय कामगार खदान के पास बने अपने कमरे में थे. इन सभी खदान मजदूरों की हत्या बड़ी ही बेदर्दी से गला काटकर की गयी है. एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सभी कामगारों के गले काटे गए हैं. उनके हाथ पीछे बंधे हैं और आंखों पर पट्टी बंधी हुई है. इस घटना से सम्बंधित एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है जिसमें तीन शव कमरे के बाहर दिख रहे हैं और बाकी शव खून में लथपथ अंदर पड़े हैं. हालांकि इस वीडियो की पुष्टि नहीं हुई है.
The condemnable killing of 11 innocent coal miners in Machh Balochistan is yet another cowardly inhumane act of terrorism. Have asked the FC to use all resources to apprehend these killers & bring them to justice. The families of the victims will not be left abandoned by the govt
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 3, 2021
पीएम इमरान ने की आलोचना
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने एक ट्वीट करके इस घटना की निंदा की. उन्होंने कहा, 'मछ बलूचिस्तान में 11 निर्दोष खदान कामगारों की निंदनीय हत्या आतंकवाद का एक और कायरतापूर्ण अमानवीय कृत्य है.' पीएम ने कहा, 'सीमांत पुलिस को इन हत्यारों को पकड़ने और न्याय दिलाने के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है.' बता दें कि इससे पहले अप्रैल में एक बाज़ार में हुए आत्मघाती विस्फोट में 18 लोग मारे गए थे. उनमें से आधे हज़ारा समुदाय से थे.
रविवार को हुए हमले के विरोध में शिया हज़ारा समुदाय के लोगों ने क्वेटा में पश्चिमी बायपास को जाम कर दिया और टायर जलाए. बलूचिस्तान 60 अरब डॉलर के चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का केंद्र है. पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान में शिया हज़ारा समुदाय तालिबान और इस्लामिक स्टेट और अन्य सुन्नी मुस्लिम आतंकवादी समूहों के निशाने पर रहे हैं. साल 2013 में राजधानी क्वेटा में हुए बम विस्फोटों में हज़ारा समुदाय वाले इलाक़ों में 200 लोग मारे गए थे.