अमेरिका का आरोप- बदला लेने के लिए आतंकी संगठन अल कायदा को शरण दे रहा ईरान

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ईरान पर लगाए गंभीर आरोप. (फोटो -AP)
Al-Qaeda's new home is Iran: अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ( Mike pompeo) ने आरोप लगाया है कि खूंखार आतंकी संगठन अल कायदा को ईरान ने शरण दी हुई है. अल कायदा से जुड़े आतंकियों के लिए अब ईरान ही नया घर है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 13, 2021, 12:12 PM IST
वाशिंगटन/तेहरान. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (Mike pompeo) ने ईरान (Iran) पर आतंकवादी संगठन अल कायदा (al-Qaeda) को शरण देने के गंभीर आरोप लगाए हैं. पोम्पिओ ने ईरान पर हमला करते हुए कहा कि वह अल-कायदा के आतंकवादियों का नया अड्डा है और अन्य आतंकी संगठनों के लिए भी नया घर बन चुका है. अमेरिकी विदेश मंत्री ने इस बात की पुष्टि किया है कि अल-कायदा के दूसरे कमांडर अल-मसरी को पिछले साल तेहरान में मार दिया गया था. नेशनल प्रेस क्लब में दिए गए भाषण में पोम्पिओ ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान अल-कायदा का नया घर है.
माइक पोम्पियो ने कहा कि अलकायदा ने तेहरान के अंदर अपने नेतृत्व को केंद्रीकृत कर लिया है. यही नहीं अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी के कमांडर इस समय तेहरान में छिपे हुए हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री के इस बयान का ईरान ने जोरदार तरीके से खंडन किया है. पोम्पियो ने कहा कि वर्ष 2015 में जब ओबामा प्रशासन जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर परमाणु डील को अंतिम रूप दे रहा था, ठीक उसी समय ईरान और अलकायदा के बीच संबंधों में सुधार होना शुरू हुआ. इस परमाणु डील के बाद ईरान पर से प्रतिबंध हटा लिए गए थे. हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्री ने ईरान को लेकर दिए बयान के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया.
ईरान ही नया अफगानिस्तान है!
शिया मुस्लिमों का देश ईरान सुन्नियों के प्रभाव वाले अलकायदा को लंबे समय से इस क्षेत्र के लिए शत्रु मानता रहा है. हालांकि ऐसी कई खबरें आई हैं जिसमें कहा गया है कि अलकायदा ईरान के क्षेत्र का इस्तेमाल कर रहा है. पोम्पियो ने कहा, 'अलकायदा का एक नया ठिकाना है. यह इस्लामिक गणराज्य ईरान है.' उन्होंने कहा, 'मैं कहूंगा कि ईरान वास्तव में एक नया अफगानिस्तान है जो अलकायदा का भौगोलिक केंद्र रहा है लेकिन ईरान वस्तुत: इससे ज्यादा खराब है.' अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, 'अफगानिस्तान में अलकायदा के लोग पहाड़ों के अंदर छिपते थे और वहां से उलट ईरान में आतंकी ईरानी प्रशासन की कड़ी सुरक्षा में अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं.'
ट्रंप भड़काना चाहते हैं युद्ध
माइक पोम्पियो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ही 20 जनवरी को विदेश मंत्री के पद से हट जाएंगे. उधर, ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जारिफ ने पोम्पियो के बयान का जोरदार तरीके से खंडन किया है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री युद्ध को भड़काने के लिए झूठ बोल रहे हैं. वाशिंगटन पोस्ट पहले भी इस बात का दावा कर चुका है कि ट्रंप पद छोड़ने से पहले ईरान पर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में हैं. ईरान ने साफ़ कहा है कि अगर पोम्पियो के पास अपने दावे से सम्बंधित कोई सबूत है तो वो दुनिया को दिखाए.
माइक पोम्पियो ने कहा कि अलकायदा ने तेहरान के अंदर अपने नेतृत्व को केंद्रीकृत कर लिया है. यही नहीं अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी के कमांडर इस समय तेहरान में छिपे हुए हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री के इस बयान का ईरान ने जोरदार तरीके से खंडन किया है. पोम्पियो ने कहा कि वर्ष 2015 में जब ओबामा प्रशासन जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर परमाणु डील को अंतिम रूप दे रहा था, ठीक उसी समय ईरान और अलकायदा के बीच संबंधों में सुधार होना शुरू हुआ. इस परमाणु डील के बाद ईरान पर से प्रतिबंध हटा लिए गए थे. हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्री ने ईरान को लेकर दिए बयान के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया.
ईरान ही नया अफगानिस्तान है!
शिया मुस्लिमों का देश ईरान सुन्नियों के प्रभाव वाले अलकायदा को लंबे समय से इस क्षेत्र के लिए शत्रु मानता रहा है. हालांकि ऐसी कई खबरें आई हैं जिसमें कहा गया है कि अलकायदा ईरान के क्षेत्र का इस्तेमाल कर रहा है. पोम्पियो ने कहा, 'अलकायदा का एक नया ठिकाना है. यह इस्लामिक गणराज्य ईरान है.' उन्होंने कहा, 'मैं कहूंगा कि ईरान वास्तव में एक नया अफगानिस्तान है जो अलकायदा का भौगोलिक केंद्र रहा है लेकिन ईरान वस्तुत: इससे ज्यादा खराब है.' अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, 'अफगानिस्तान में अलकायदा के लोग पहाड़ों के अंदर छिपते थे और वहां से उलट ईरान में आतंकी ईरानी प्रशासन की कड़ी सुरक्षा में अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं.'
ट्रंप भड़काना चाहते हैं युद्ध
माइक पोम्पियो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ही 20 जनवरी को विदेश मंत्री के पद से हट जाएंगे. उधर, ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जारिफ ने पोम्पियो के बयान का जोरदार तरीके से खंडन किया है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री युद्ध को भड़काने के लिए झूठ बोल रहे हैं. वाशिंगटन पोस्ट पहले भी इस बात का दावा कर चुका है कि ट्रंप पद छोड़ने से पहले ईरान पर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में हैं. ईरान ने साफ़ कहा है कि अगर पोम्पियो के पास अपने दावे से सम्बंधित कोई सबूत है तो वो दुनिया को दिखाए.