की मुश्किलें बढ़ गई हैं. 35 अरब रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के लिए गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने
'एक्सप्रेस टिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक, एफबीआई ने एक मशहूर बैंकर और आसिफ अली जरदारी के करीबी सहयोगी हुसैन लवई और अन्य संदिग्धों के खिलाफ अदालत में चालान पेश किया. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष और उनकी बहन फरयाल तालपुर के अलावा एक निजी बैंक के अध्यक्ष सहित 18 अन्य को चालान में भगोड़ा घोषित किया गया था. भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद अब इन सभी आरोपियों पर गैर जमानती वारंट जारी किया गया है.
जरदारी पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी खाते खोलकर इनका इस्तेमाल कथित रूप से रिश्वत और अवैध धन को खपाने के लिए किया था. पूर्व राष्ट्रपति जरदारी के खिलाफ हुई इस कार्रवाई से पहले हाल ही में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को 10 और उनकी बेटी मरियम शरीफ को सात साल की सजा सुनाई है.
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FIRST PUBLISHED : August 17, 2018, 17:26 IST