VIDEO: नहीं थम रहा पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार, सरकार ने गिराए मकान

फोटो सौ. (ट्विटर- johnaustin47 )
पाकिस्तान (Pakistan) के सिंध सूबे में हिंदुओं पर अत्याचार का एक वीडियो (Video) सामने आया है. इस वीडियो में हिंदुओं के मकानों को सरकार द्वारा तोड़ा जा रहा है. जब यह वीडियो सामने आई तो पाकिस्तान सरकार को दबाव में आकर कार्रवाई को रोकना पड़ा.
- News18Hindi
- Last Updated: November 28, 2020, 7:39 PM IST
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं (Hindus) की स्थिति दिन-प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है. सिंध सूबे में हिंदू भील जाति के कई मकानों को स्थानीय सरकार ने तोड़ दिया. जब इस घटना का वीडियो वायरल (Video Viral) हुआ तो सरकार को दबाव में कार्रवाई को रोकना पड़ा, लेकिन अब कट्टरपंथियों की भीड़ ने टूटे-फूटे घरों में रह रहे हिंदुओं को हमला कर खदेड़ दिया है. पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता राहत ऑस्टिन ने इस घटना का वीडियो ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि कुछ दिनों पहले ही सिंध सूबे के खीप्रो के प्रशासन ने हिंदू भील समुदाय के मकानों को ढहा दिया था. वीडियो वायरल होने के बाद सरकार ने कार्रवाई तो रोक दी, लेकिन कट्टरपंथियों की भीड़ ने गरीब-बेसहारा हिंदुओं पर हमला कर उन्हें खदेड़ दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले में कई पुरुष, महिलाएं और बच्चे घायल भी हुए हैं.
पाकिस्तान का सिंध सूबा अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के लिए बदनाम है. इसी सूबे से पाकिस्तान में सबसे ज्यादा हिंदू और ईसाई लड़कियों के जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कर निकाह कराने की खबरें आती है. अक्टूबर में ही 13 साल की ईसाई लड़की आरजू राजा का 44 साल के एक अधेड़ कट्टरपंथी ने अपहरण कर लिया था. जिसके बाद उसने जबरदस्ती लड़की का धर्म परिवर्तन करवाया और उससे निकाह रचाया.
हर साल हजारों लड़कियों का धर्म परिवर्तन
मानवाधिकार संस्था मूवमेंट फॉर सॉलिडैरिटी एंड पीस (MSP) के अनुसार, पाकिस्तान में हर साल 1000 से ज्यादा ईसाई और हिंदू महिलाओं या लड़कियों का अपहरण किया जाता है. जिसके बाद उनका धर्म परिवर्तन करवा कर इस्लामिक रीति रिवाज से निकाह करवा दिया जाता है. पीड़ितों में ज्यादातर की उम्र 12 साल से 25 साल के बीच में होती है. मानवाधिकार संस्था ने यह भी कहा कि आंकड़े इससे ज्यादा भी हो सकते हैं क्योंकि ज्यादातर मामलों को पुलिस दर्ज नहीं करती है. अगवा होने वाली लड़कियों में से अधिकतर गरीब तबसे से जुड़ी होती हैं. जिनकी कोई खोज-खबर लेने वाला नहीं होता है.
ये भी पढ़ें: साइंटिस्ट की हत्या के लिए ईरान ने ठहराया इजराइल को जिम्मेदार, कहा- लेंगे बदला
जून के अंतिम हफ्ते में आई रिपोर्ट के अनुसार, सिंध प्रांत में बड़े स्तर पर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें मुस्लिम बनाए जाने का मामला सामने आया था. सिंध के बादिन में 102 हिंदुओं को जबरन इस्लाम कबूल कराया गया. हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ के मुताबिक इन लोगों में बच्चे, महिलाएं और पुरुष शामिल थे.
पाकिस्तान का सिंध सूबा अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के लिए बदनाम है. इसी सूबे से पाकिस्तान में सबसे ज्यादा हिंदू और ईसाई लड़कियों के जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कर निकाह कराने की खबरें आती है. अक्टूबर में ही 13 साल की ईसाई लड़की आरजू राजा का 44 साल के एक अधेड़ कट्टरपंथी ने अपहरण कर लिया था. जिसके बाद उसने जबरदस्ती लड़की का धर्म परिवर्तन करवाया और उससे निकाह रचाया.
हर साल हजारों लड़कियों का धर्म परिवर्तन
मानवाधिकार संस्था मूवमेंट फॉर सॉलिडैरिटी एंड पीस (MSP) के अनुसार, पाकिस्तान में हर साल 1000 से ज्यादा ईसाई और हिंदू महिलाओं या लड़कियों का अपहरण किया जाता है. जिसके बाद उनका धर्म परिवर्तन करवा कर इस्लामिक रीति रिवाज से निकाह करवा दिया जाता है. पीड़ितों में ज्यादातर की उम्र 12 साल से 25 साल के बीच में होती है. मानवाधिकार संस्था ने यह भी कहा कि आंकड़े इससे ज्यादा भी हो सकते हैं क्योंकि ज्यादातर मामलों को पुलिस दर्ज नहीं करती है. अगवा होने वाली लड़कियों में से अधिकतर गरीब तबसे से जुड़ी होती हैं. जिनकी कोई खोज-खबर लेने वाला नहीं होता है.
Few days ago homes of Hindu Bheel community were demolished by Government in Khipro, Sindh-Pakistan. After sharing on social media & pressure on Govt. It was stopped but today local Muslim Neighborhood attacked to make Hindus run away. Various men, women & children are injured. pic.twitter.com/sMJ8IBpgZr
— Rahat Austin (@johnaustin47) November 28, 2020
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जून के अंतिम हफ्ते में आई रिपोर्ट के अनुसार, सिंध प्रांत में बड़े स्तर पर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें मुस्लिम बनाए जाने का मामला सामने आया था. सिंध के बादिन में 102 हिंदुओं को जबरन इस्लाम कबूल कराया गया. हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ के मुताबिक इन लोगों में बच्चे, महिलाएं और पुरुष शामिल थे.