नामिबिया में हाथियों की आबादी बढ़ी, चारा के अभाव में सरकार ने बेचने का लिया फैसला

नामिबिया सरकार हाथियों को बेचने जा रही है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Auction Of Elephants in Namibia: नामिबिया (Namibia) में 170 हाथियों (wild elephants) की बोली (Auction) लगाई गई. यहां वर्ष 1995 में हाथियों की संख्या 7.5 हजार थी, जो 2019 में बढ़कर 24 हजार हो गई.
- News18Hindi
- Last Updated: December 5, 2020, 11:05 AM IST
तधंगु. नामिबिया (Namibia) में 170 हाथियों (wild elephants) की बोली (Auction) लगाई गई. नामिबिया के वन मंत्रालय (Forest Ministry) ने जानकारी देते हुए कहा कि अफ्रीकी देशों के जंगलों में हाथियों की आबादी बहुत ज्यादा बढ़ गई है और वहां सूखे की स्थिति होने की वजह से इन हाथियों को बेचा जा रहा है. दक्षिण अफ्रीका के शुष्क देशों में वर्ष 2019 में एक हजार जंगली जानवरों को बेचा गया था. इनमें हाथी, गैंडों के अलावे 500 जंगली भैंसे भी शामिल थे.
इन वजहों से बेचे जा रहे हैं हाथी
सरकार ने न्यू एरा नाम के दैनिक अखबार एक विज्ञापन प्रकाशित करवाया है जिसमें कहा गया है कि हाथियों और मनुष्य के बीच बढ़ रहे संघर्ष ने इन्हें बेचने के लिए मजबूर किया है. गौरतलब है कि नामिबिया में हाथियों समेत दूसरे जंगली जानवरों के शिकार बड़े पैमाने पर होता है. जंगली जानवरों की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त भी होती है.
किसी भी देश के नागरिक बोली में ले सकेंगे भागपर्यावण, वन और पर्यटन मंत्रालय ने कहा कि इन हाथियों को कोई भी नामिबिया या दूसरे देश की सरकार या लोग खरीद सकेंगे. इन हाथियों की बोली लगाने का कोई भौगोलिक दायरा नहीं तय किया है. इन हाथियों की खरीद करने वालों को क्वारंटाइन की सुविधा और गेम प्रूफ फेंस सर्टिफिकेट देना होगा. विदेशी खरीददारों को अपने देश कें संरक्षण विभाग से हाथी के इंपोर्ट की परमिशन लेनी होगी.
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अफ्रीका के दूसरे देशों की तरह नामिबिया में यह कोशिश की जा रही कि हाथी, गैंडा जैसे बहुमूल्य जानवरों को संरक्षित किया जाए. सरकार इस प्रयास में जुटी हुई कि मनुष्य इन जानवरों के इलाके में घुसपैठ नहीं कर पाए. इस दिशा में नामिबिया सरकार को सफलता भी हाथ लगी है. यहां वर्ष 1995 में हाथियों की संख्या 7.5 हजार थी, जो 2019 में बढ़कर 24 हजार हो गई.
इन वजहों से बेचे जा रहे हैं हाथी
सरकार ने न्यू एरा नाम के दैनिक अखबार एक विज्ञापन प्रकाशित करवाया है जिसमें कहा गया है कि हाथियों और मनुष्य के बीच बढ़ रहे संघर्ष ने इन्हें बेचने के लिए मजबूर किया है. गौरतलब है कि नामिबिया में हाथियों समेत दूसरे जंगली जानवरों के शिकार बड़े पैमाने पर होता है. जंगली जानवरों की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त भी होती है.
किसी भी देश के नागरिक बोली में ले सकेंगे भागपर्यावण, वन और पर्यटन मंत्रालय ने कहा कि इन हाथियों को कोई भी नामिबिया या दूसरे देश की सरकार या लोग खरीद सकेंगे. इन हाथियों की बोली लगाने का कोई भौगोलिक दायरा नहीं तय किया है. इन हाथियों की खरीद करने वालों को क्वारंटाइन की सुविधा और गेम प्रूफ फेंस सर्टिफिकेट देना होगा. विदेशी खरीददारों को अपने देश कें संरक्षण विभाग से हाथी के इंपोर्ट की परमिशन लेनी होगी.
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अफ्रीका के दूसरे देशों की तरह नामिबिया में यह कोशिश की जा रही कि हाथी, गैंडा जैसे बहुमूल्य जानवरों को संरक्षित किया जाए. सरकार इस प्रयास में जुटी हुई कि मनुष्य इन जानवरों के इलाके में घुसपैठ नहीं कर पाए. इस दिशा में नामिबिया सरकार को सफलता भी हाथ लगी है. यहां वर्ष 1995 में हाथियों की संख्या 7.5 हजार थी, जो 2019 में बढ़कर 24 हजार हो गई.