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ओमिक्रॉन की वजह से ब्रिटेन के अस्पताल बच्चों से भरे, एक्सपर्ट ने दी ये चेतावनी

ओमिक्रॉन वेरिएंट संक्रमण का संबंध छोटे बच्चों में आम तौर पर पायी जाने वाली श्वसन संबंधी बीमारी से है. 
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

ओमिक्रॉन वेरिएंट संक्रमण का संबंध छोटे बच्चों में आम तौर पर पायी जाने वाली श्वसन संबंधी बीमारी से है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Omicron, Omicron in UK, Omicron Cases : साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप फॉर इमर्जेंसीज (सेज) द्वारा शुक्रवार को प्रकाशित एक आं ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट (Corona New Variant) ओमिक्रॉन (Omicron) की वजह से पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) में उछाल देखने को मिल रहा है. ओमिक्रॉन (Omicron News) ने अभी तक ब्रिटेन (Omicron in UK) में सबसे ज्यादा कोहराम मचाया है. ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से देश में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. नई रिपोर्ट के मुताबिक ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से अब बच्चे भी भारी संख्या में बीमार हो रहे हैं और बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या भी बढ़ रही है. हालां कि बच्चों के मामले बढ़ने के बाद भी शोधकर्ताओं ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

देश में कोरोना मामलों में भारी बढ़ोतरी हुई है इसके पीछे कोविड पॉजिटिव लोगों को देश में आना या फिर कई अन्य कारण हो सकते हैं लेकिन कोरोना पर नए आंकड़े बताते हैं कि पिछले कुछ दिनों में अस्पताल में भर्ती होने वाले बच्चों का अनुपात बढ़ा है और इसमें ज्यादातर शिशु शामिल हैं. हालांकि एक्सपर्ट यह भी मानते हैं कि ओमिक्रॉन की वजह से बच्चों के बीमार होने का आंकड़ा अभी और अधिक बढ़ सकता है, इसलिए एहतियात बरतना बहुत जरूरी है.

साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप फॉर इमर्जेंसीज (सेज) द्वारा शुक्रवार को प्रकाशित एक आंकड़े के अध्ययन से यह पता चलता है कि कोविड19 की पिछली लहर में अस्पताल में लगभग 30 प्रतिशत बच्चे थे जो कि संक्रमित पाए गए थे और इनमें से अधिकांश एक वर्ष से कम के थे. इसी रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि दिसंबर और मध्य जनवरी में ओमिक्रॉन संक्रमण के चलते अस्पताल में यह आंकड़ा 42 प्रतिशत से भी ज्यादा पहुंच गया.

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बच्चों के संक्रमित होने के मामले पर लिवरपूल विश्वविद्यालय में बाल स्वास्थ्य और प्रकोप चिकित्सा के प्रोफेसर कैलम सेम्पल ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने वाले अधिकांश शिशु आमतौर पर बहुत हल्के लक्षणों का अनुभव कर रहे थे. प्रोफेसर ने कहा कि मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि अस्पताल आने वाले बच्चे विशेष रूप से बीमार नहीं हैं. जो शिशु अस्पताल आ रहे हैं वे केवल जांच और थोड़े समय के लिए अस्पताल आ रहे हैं.

उन्होंने कहा कि जो बच्चे या फिर शिशु गंभीर रूप से पीड़ित हैं उनकी गहन देखभाल की जा रही है और ऐसे लोगों के अनुपात में भी अब गिरावट आ रही है. डॉ. सेम्पल ने कहा कि ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले अनुपात के लिए एक समान प्रवृत्ति दर्ज की गई है, और शिशुओं द्वारा अस्पताल में बिताए जाने का समय पहली कोविड -19 लहर में लगभग सात दिनों से गिरकर केवल दो दिनों से कम हो गया है.

डॉक्टर सेम्पल ने कहा कि अस्पताल में कोरोना वायरस से पीड़ित अधिकांश शिशुओं में बुखार और खांसी की समस्या है और वे जल्द ही ठीक हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि बड़े लोगों को पहले ही टीका लग चुका है और अब वयस्क लोगों को भी टीका लग गया है ऐसे में हो सकता है कि कोरोना का संक्रमण शिशुओं को कम हिट कर रहा हो. उन्होंने का हमें शाति बनाए रखने की जरूरत है.

Tags: Coronavirus, Omicron

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