होम /न्यूज /दुनिया /चीन-पाकिस्तान की दोस्ती में आई दरार! ड्रैगन से बोला जिन्ना का देश- पैसे दो तभी मिलेगी सिक्युरिटी

चीन-पाकिस्तान की दोस्ती में आई दरार! ड्रैगन से बोला जिन्ना का देश- पैसे दो तभी मिलेगी सिक्युरिटी

पाकिस्‍तान सरकार ने चीनी नागरिकों से सुरक्षा पर होने वाले खर्च की मांग कर दी है.

पाकिस्‍तान सरकार ने चीनी नागरिकों से सुरक्षा पर होने वाले खर्च की मांग कर दी है.

चीन (China) ने पाकिस्‍तान को बिना शर्त कर्ज देने से मना कर दिया है, इसके ठीक तुरंत बाद पाकिस्‍तान (Pakistan) ने चीनी ना ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

पाकिस्‍तान ने चीनी नागरिकों को सुरक्षा देने से किया इनकार
कहा- हर चीनी नागरिकोंं को सुरक्षा देने की योजना नहीं है
नाागरिकों को अपने खर्च पर निजी सुरक्षा लेने को कहा गया

लाहौर. गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्‍तान (Pakistan) अब अपने आका चीन (China) से भी नाराज है. उसने चीन से दो टूक कहा है कि अगर चीनी नागरिकों को अपनी सुरक्षा चाहिए तो वे पहले धन जमा कराएं. दरअसल सीपीईसी प्रोजेक्‍ट में हजारों की तादाद में चीन नागरिक इस समय पाकिस्‍तान में मौजूद हैं. इनकी सुरक्षा के लिए पाकिस्‍तान ने कहा है कि निजी सुरक्षा एजेंसियों की मदद लें, उनका भुगतान करें. पाकिस्‍तान की ओर से यह बयान उस समय आया है, जब चीन सरकार ने पाकिस्‍तान को बिना शर्त धन देने से इनकार कर दिया है.

पाकिस्‍तान के कंगाल हो जाने के बाद चीन उसे बिना शर्त पैसा देने से साफ मना कर चुका है. हाल के दिनों में चीनी नागरिकों पर हमले की खबरें सामने आई थीं. चीन ने कहा है कि पाकिस्‍तान को कर्ज हासिल करने के लिए IMF की मदद लेना चाहिए. साथ ही उसकी नियम शर्तों को मानना चाहिए. इसके बाद पाकिस्‍तान के पंजाब प्रांत की सरकार के गृह मंत्रालय ने कहा है कि चीनी नागरिकों पर हो रहे हमलों के मद्देनजर चीन निजी सुरक्षा एजेंसियों की मदद ले सकता है. बलूच विद्रोही अक्‍सर चीनी नागरिकों पर हमला करते रहते हैं. गृह मंत्रालय ने पाकिस्‍तान में रहने वाले चीनी नागरिकों को कहा है कि वे अपने खर्च पर A केटेगरी की सुरक्षा के लिए निजी सुरक्षा एजेंसियों को हायर करें. पंजाब प्रांत के गृह मंत्रालय और पुलिस की बैठक में सरकार के साथ काम करने वाले चीनी नागरिकों की चर्चा हुई.

पाकिस्‍तान में 7,567 चीनी नागरिकों को मिली है सुरक्षा
पाकिस्‍तान अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब सरकार ने चीनी नागरिकों को सुरक्षा देने के लिए स्‍पेशल प्रोटेक्‍शन यूनिट का गठन किया था. इसमें स्‍पेशली ट्रेंड स्‍टाफ रखा गया था जिसमें 3,336 सुरक्षा कांस्‍टेबल, 187 ड्राइवर और 244 पूर्व सैनिक शामिल हैं. ये सभी सीपीईसी योजना में काम कर रहे 7,567 चीनी नागरिकों को सुरक्षा दे रहे थे. फिलहाल पाकिस्‍तान के पंजाब में सीपीईसी के 4 और नॉन सीपीईसी के 27 प्रोजेक्‍ट चल रहे हैं. ये सुरक्षाकर्मी चीन‍ियों के 70 घरों और 24 शिविरों की सुरक्षा कर रहे हैं.

चीनी नागरिक अपनी सुरक्षा के लिए खुद व्‍यवस्‍था करें
डीआईजी आगा युसूफ ने कहा कि हर चीनी नागरिक को सुरक्षा नहीं दी जा सकती. पाकिस्‍तान में ऐसे सैकड़ों चीनी नागरिक हैं जो प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. हम हर चीनी नागरिक की सुरक्षा का खर्च नहीं दे सकते हैं. हमने चीनी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए अपने खर्च पर कर लें. पाकिस्‍तान में प्राइवेट कंपनियों में काम करने वाले या बिजनेस करने वाले चीनी नागरिक पाकिस्‍तान सरकार के भरोसे न रहें.

Tags: China, Pakistan

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें