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Exclusive | सीमा पार आतंकवाद रोके बिना पाकिस्तान के साथ कारोबार संभव नहीं: भारत सरकार के सूत्र

जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने के मोदी सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान ने अगस्त 2019 में भारत के साथ व्यापार संबंधों को खत्म कर दिया था.

जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने के मोदी सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान ने अगस्त 2019 में भारत के साथ व्यापार संबंधों को खत्म कर दिया था.

India-Pakistan Economic Relation: सरकारी सूत्रों ने CNN-News18 को बताया, "हमारे पास भारत में पाकिस्तान से आए लगभग 50 वि ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. आर्थिक संकट और भयानक बाढ़ से जूझ रहे पाकिस्‍तान (Pakistan) की शहबाज शरीफ सरकार (Shehbaz Sharif Government) ने भारत के साथ व्‍यापार को फिर से शुरू करने का मन बना लिया है. पाकिस्‍तानी मीडिया के मुताबिक देश के वित्‍त मंत्री मिफ्तााह इस्‍माइल ने भारत के साथ आयात शुरू करने का बड़ा बयान दिया. उन्‍होंने कहा कि हम भारत के साथ व्‍यापार का रास्‍ता खोलने पर विचार करेंगे क्‍योंकि देश में बाढ़ से भयानक हालात है और खाद्यान की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं. बेशक पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था के बारे में पॉजिटिव सोच रहा है, लेकिन भारत अभी ऐसा नहीं चाहता. शीर्ष सरकारी सूत्रों ने सोमवार को CNN-News18 को बताया कि जब तक इस्लामाबाद सीमा पार आतंकवाद (Cross-Border Terrorism) को बंद नहीं करता, तब तक दोनों देशों के बीच व्यापार संभव नहीं है.

पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने हाल ही में कहा कि उनकी सरकार भारत से सब्जियों और अन्य खाद्य वस्तुओं के आयात पर विचार कर सकती है. इस बयान के तुरंत बाद शीर्ष सरकारी सूत्रों के हवाले से ये प्रतिक्रिया आई है. सरकारी सूत्रों ने CNN-News18 को बताया, “हमारे पास भारत में पाकिस्तान से आए लगभग 50 विदेशी आतंकवादियों की रिपोर्ट है. कई आतंकी सीमा के पास बैठे हैं. हम व्यापार वार्ता के लिए खुले हैं, लेकिन उससे पहले पाकिस्तान को तुरंत कार्रवाई करने और आतंकवाद को रोकने की जरूरत है.”

बता दें कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने के मोदी सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान ने अगस्त 2019 में भारत के साथ व्यापार संबंधों को खत्म कर दिया था. इस साल जून में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अन्य देशों, विशेषकर भारत के साथ व्यापार और जुड़ाव के पक्ष में बात की थी. हालांकि, बाद में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि भारत के प्रति पाकिस्तान की नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है.

पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने और क्या कहा था?
पाकिस्‍तानी वित्‍त मंत्री ने कहा कि सरकार भारत से सब्जियों और अन्‍य खाने की चीजों को आयात करने पर विचार करेगी, ताकि लोगों को राहत मिले. बाढ़ की तबाही के बीच पाकिस्‍तान में प्‍याज 400 रुपये और टमाटर 500 रुपये किलो बिक रहा है. इससे बाध्‍य होकर पाकिस्‍तान की सरकार को भारत के साथ व्‍यापार पर अपना फैसला पलटने के लिए बाध्‍य होना पड़ा है. पाकिस्‍तान में 1000 से ज्‍यादा लोगों की बाढ़ से मौत हो गई है. पाकिस्‍तान इस समय डिफाल्‍ट होने की कगार पर है और केवल बाढ़ से ही उसे 5.5 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचा है.

अरबपति मियां मांशा ने भी भारत की शरण में जाने की सलाह दी
इससे पहले पाकिस्‍तान के अंबानी कहे जाने वाले अरबपति मियां मांशा ने भी शहबाज सरकार को भारत की शरण में जाने की सलाह दी थी. मियां मांशा ने कहा था कि पाकिस्‍तान के हर मर्ज की दवा की जा सकती है, बशर्ते आपको भारत की राह पर चलना होगा. उन्‍होंने यह भी कहा कि भारत के साथ रिश्‍ते बेहतर करके और व्‍यापार शुरू करके बुरी तरह से फंसा पाकिस्‍तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्‍ट से भी निकल जाएगा.

पाकिस्‍तानी बिजनसमैन मियां मांशा ने टेक्‍सटाइल, बैंकिंग, कार निर्माण, सीमेंट, ऊर्जा, डेयरी, कृषि, रियल स्‍टेट और अन्‍य क्षेत्रों में बहुत बड़ा साम्राज्‍य खड़ा किया है. उन्‍होंने भारत को सीमेंट और अन्‍य जरूरी सामानों के निर्यात की सिफारिश की है. पाकिस्‍तानी वित्‍त मंत्री का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब शहबाज सरकार ने शनिवार को कहा था कि पाकिस्‍तान बातचीत के जरिए भारत के साथ स्‍थायी शांति चाहता है. उसने कहा कि कश्‍मीर के मुद्दे के समाधान के लिए युद्ध एक विकल्‍प नहीं है.

Tags: Indian Government, Pakistan, Terrorism

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