नई दिल्ली: तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान में तो कब्जा कर लिया लेकिन 20 साल पहले की ही तरह इस बार भी अभी तक पंजशीर (Panjshir) उसकी पकड़ से बाहर है. तालिबान ने जिस तेजी से अफगानिस्तान (Afghanistan) में कब्जा किया उसे उतनी ही कड़ी टक्कर पंजशीर के लड़ाकों से मिल रही है. पंजशीर किस मजबूती से तालिबान को टक्कर दे रहा है उसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि घाटी के लिए जारी संघर्ष में अभी तक 600 से अधिक तालिबानी लड़ाके मारे जा चुके हैं जबकि 1000 से अधिक लोगों को पकड़ा जा चुका है.
तालिबान और पंजशीर के बीच जारी लड़ाई के बीच एक बड़ी चौंकाने वाली खबर सामने आई है. विरोधी दल के मुख्यालय के सूत्रों ने सीएनएन न्यूज 18 को बताया कि पाकिस्तानी सेना (Pakistani army) पंजशीर की लड़ाई में तालिबान की मदद कर रही है. सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान पंजशीर में तालिबान सेना को वायु सपोर्ट दे रही है. लड़ाई में मदद करने के उद्देश्य से कुछ विशेष बलों को एयरड्रॉप किया गया है.
आईएसआई प्रमुख ने तालिबान को दिया था समर्थन
गौरतलब है कि पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख हामिद फैज शनिवार को काबुल की यात्रा पर थे और उन्होंने तालिबान सेना को अपना समर्थन दिया था. सूत्रों ने बताया कि तालिबानी आतंकवादी समूह ने पंजशीर के सभी रास्तों को बंद कर दिया है और दोनों तरफ से जारी संघर्ष में हताहतों की संख्या बढ़ती जा रही है.
इससे पहले सीएनएन न्यूज के साथ इंटरव्यू में अफगानिस्तना के पूर्व राष्ट्रपति अमरुल्ला सलेह ने भी पाकिस्तान पर तालिबान की सेना को मदद पहुंचाने का आरोप लगाया था. तालिबान शुरू से जिस तरह से आगे बढ़ रहा था उससे यह स्पष्ट था कि वह किसी दवाब में नहीं था और ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उसे पीछे से पाकिस्तान की मदद मिल रही थी.
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