दूसरे कवि की कविता अल्लामा इकबाल के नाम से साझा कर ट्रोल हुए इमरान खान

इमरान खान ने पाकिस्तान की संसद में लादेन को शहीद बताया. (File Photo)
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Prime Minister Imran Khan) ने किसी की कविता पाकिस्तान के राष्ट्रीय कवि मुहम्मद इकबाल (Iqbal) के नाम से ट्वीट कर दी. इस कविता के साझा होने के बाद इमरान खान ट्विटर पर लगातार ट्रोल किए जा रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: June 7, 2020, 12:43 PM IST
नई दिल्ली. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Prime Minister Imran Khan) ने किसी की कविता पाकिस्तान के राष्ट्रीय कवि मुहम्मद इकबाल (Poet Muhammad Iqbal) के नाम से ट्वीट कर दी. इस कविता के साझा होने के बाद इमरान खान ट्विटर पर लगातार ट्रोल (Troll) किए जा रहे हैं. अल्लामा इकबाल के प्रशंकों को इमरान खान का ऐसा करना नागवार गुजरा है और यही वजह है कि वे गोला बारूद के साथ फिर से ट्विटर पर आ गए हैं और उन्हें ट्रोल कर रहे हैं.
दरअसल पाकिस्तान के प्रधान मंत्री ने इस बार किसी कवि की कविता इकलाब के नाम से ट्वीट कर मु्फ्त में मुसीबत मोल ले ली है. इमरान खान ने शनिवार को बहुत खराब तरीके से प्रसिद्ध कवि मुहम्मद इकबाल को किसी और की कविता का लेखक बता दिया.
इमरान ने युवाओं से की ये अपील
इमरान खान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इकबाल की यह कविता दर्शाती है कि मैं किस तरह अपने जीवन का नेतृत्व करने की कोशिश करता हूं. मैं अपने युवाओं से महान इकबाल की कविता को समझने और उसे अपने अंदर उतारने का आग्रह करता हूं और मैं उन्हें गारंटी देता हूं कि यह उनकी अल्लाह द्वारा प्रदान की गई क्षमता को बढ़ाएगा, जो हम सभी के पास उनकी सबसे बड़ी रचना अशरफ उल मुखलुकात के रूप में है.इमरान खान से अपनी गलती स्वीकारी
इमरान खान के इस ट्वीट पर हुसैन हक्कानी नाम के एक यूजर ने उन्हें टोका. उसने बताया कि जिस शेर की वो बात कर रहे हैं, वह इकबाल का नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कविता इकबाल की किसी किताब में नहीं है. इसे इंटरनेट से उठा लिया गया है. हुसैन हक्कानी का यह ट्वीट पढ़ने के बाद इमरान खान ने अपनी गलती सुधार ली. इमरान ने ट्वीट करके कहा कि मैं इसे सही कर रहा हूं, यह अल्लामा इकबाल की कविता नहीं है, लेकिन इसका सार यह है कि उन्होंने जो संदेश दिया है, उसका पालन करने की कोशिश की है.
ये भी पढ़ें: मैक्सिको में बड़े पैमाने पर हुई महिलाओं की हत्या, राष्ट्रपति ने कहा- 90% इमरजेंसी कॉल झूठे
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दरअसल पाकिस्तान के प्रधान मंत्री ने इस बार किसी कवि की कविता इकलाब के नाम से ट्वीट कर मु्फ्त में मुसीबत मोल ले ली है. इमरान खान ने शनिवार को बहुत खराब तरीके से प्रसिद्ध कवि मुहम्मद इकबाल को किसी और की कविता का लेखक बता दिया.
इमरान ने युवाओं से की ये अपील
इमरान खान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इकबाल की यह कविता दर्शाती है कि मैं किस तरह अपने जीवन का नेतृत्व करने की कोशिश करता हूं. मैं अपने युवाओं से महान इकबाल की कविता को समझने और उसे अपने अंदर उतारने का आग्रह करता हूं और मैं उन्हें गारंटी देता हूं कि यह उनकी अल्लाह द्वारा प्रदान की गई क्षमता को बढ़ाएगा, जो हम सभी के पास उनकी सबसे बड़ी रचना अशरफ उल मुखलुकात के रूप में है.इमरान खान से अपनी गलती स्वीकारी
इमरान खान के इस ट्वीट पर हुसैन हक्कानी नाम के एक यूजर ने उन्हें टोका. उसने बताया कि जिस शेर की वो बात कर रहे हैं, वह इकबाल का नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कविता इकबाल की किसी किताब में नहीं है. इसे इंटरनेट से उठा लिया गया है. हुसैन हक्कानी का यह ट्वीट पढ़ने के बाद इमरान खान ने अपनी गलती सुधार ली. इमरान ने ट्वीट करके कहा कि मैं इसे सही कर रहा हूं, यह अल्लामा इकबाल की कविता नहीं है, लेकिन इसका सार यह है कि उन्होंने जो संदेश दिया है, उसका पालन करने की कोशिश की है.
पाकिस्तानी पत्रकार नायला इनायत ने इमरान खान के ट्वीट का जवाब देते हुए उनकी गलितियों के लिखा कि हर व्हाटसऐप हकीकत नहीं होती.This poem by Iqbal reflects how I try to lead my life. I urge our youth to understand and absorb the poem of the great Iqbal and I guarantee them that it will release their great God-given potential that we all possess as His greatest creation Ashraf ul Mukhluqat. pic.twitter.com/oyxkTlMrdc
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) June 6, 2020
haqeeqat hoti nahin har WhatsApp forward.. https://t.co/dKPxm07L3O
— Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) June 6, 2020
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