इजराइल के सबसे बड़े धार्मिक नेता रहे एलियाहू बख्शी की कोरोना संक्रमण से मौत

इजराइल के पूर्व प्रमुख रब्बी एलियाहू बख्शी डोरोन कोरोना से संक्रमित थे. फोटो साभार/यूट्यूब
उन्होंने 2000 में पोप जॉन पॉल द्वितीय से मुलाकात की थी. इसकी वजह से उन्हें कुछ रूढ़ीवादी रब्बियों की आलोचना का सामना भी करना पड़ा था.
- News18Hindi
- Last Updated: April 13, 2020, 12:26 PM IST
जेरूसलम. विभिन्न धर्मों के बीच संवाद को प्रोत्साहित करने के लिए पहचाने जाने वाले इजराइल (Israel) के पूर्व प्रमुख रब्बी एलियाहू बख्शी डोरोन (Eliahou Bakshi-Doron) का यरूशलम के शारे तेडेक अस्पताल में निधन हो गया. उनका इलाज चल रहा था और वह कोरोना वायरस (Corona virus) से संक्रमित थे. एलियाहू बख्शी 79 साल के थे. 1993 से 2003 के बीच इजराइल के प्रमुख रब्बी रह चुके थे.
अस्पताल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि रब्बी को कुछ दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह कोरोना वायरस से संक्रमित थे, मगर उन्हें पहले से कई बीमारियां थीं, इस वजह से उनकी हालत बिगड़ती चली गई. 1941 में यरूशलम में जन्मे बख्शी-डोरोन इजराइल के प्रमुख रब्बी चुने जाने से पहले 18 साल तक हैफा के प्रमुख रब्बी भी रहे.
पोप जॉन पॉल द्वितीय से मुलाकात की वजह से आलोचना का सामना करना पड़ा था
उन्होंने मुस्लिम और ईसाई नेताओं के बीच वार्ता को बढ़ावा दिया था. मगर एक ऐसा समय भी आया जब2017 में भ्रष्टाचार और विश्वास तोड़ने के मामले में एक साल के कारावास की सजा सुनाए जाने की वजह से उनकी प्रतिष्ठा को धक्का लगा था. वहीं उन्होंने 2000 में पोप जॉन पॉल द्वितीय से मुलाकात की थी. इसकी वजह से उन्हें कुछ रूढ़ीवादी रब्बियों की आलोचना का सामना भी करना पड़ा था.
गौरतलब है कि दुनिया भर से लगातार कोरोना से संक्रमित लोगों के मामले सामने आ रहे हैं. जहां इजराइल में कोरोना वायरस के 11,145 मामले सामने आ चुके हैं, तो वहीं इससे अब तक 103 लोगों की जान जा चुकी है. इसके अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और स्पेन जैसे देश भी इस महामारी से जूझ रहे हैं. दुनिया भर में जहां लाखों लोग इस वायरस की चपेट में हैं, वहीं अब तक 1 लाख 14 हजार से ज्यादा लोगों की जान इस संक्रमण की वजह से गई है.
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अस्पताल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि रब्बी को कुछ दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह कोरोना वायरस से संक्रमित थे, मगर उन्हें पहले से कई बीमारियां थीं, इस वजह से उनकी हालत बिगड़ती चली गई. 1941 में यरूशलम में जन्मे बख्शी-डोरोन इजराइल के प्रमुख रब्बी चुने जाने से पहले 18 साल तक हैफा के प्रमुख रब्बी भी रहे.
पोप जॉन पॉल द्वितीय से मुलाकात की वजह से आलोचना का सामना करना पड़ा था
उन्होंने मुस्लिम और ईसाई नेताओं के बीच वार्ता को बढ़ावा दिया था. मगर एक ऐसा समय भी आया जब2017 में भ्रष्टाचार और विश्वास तोड़ने के मामले में एक साल के कारावास की सजा सुनाए जाने की वजह से उनकी प्रतिष्ठा को धक्का लगा था. वहीं उन्होंने 2000 में पोप जॉन पॉल द्वितीय से मुलाकात की थी. इसकी वजह से उन्हें कुछ रूढ़ीवादी रब्बियों की आलोचना का सामना भी करना पड़ा था.
गौरतलब है कि दुनिया भर से लगातार कोरोना से संक्रमित लोगों के मामले सामने आ रहे हैं. जहां इजराइल में कोरोना वायरस के 11,145 मामले सामने आ चुके हैं, तो वहीं इससे अब तक 103 लोगों की जान जा चुकी है. इसके अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और स्पेन जैसे देश भी इस महामारी से जूझ रहे हैं. दुनिया भर में जहां लाखों लोग इस वायरस की चपेट में हैं, वहीं अब तक 1 लाख 14 हजार से ज्यादा लोगों की जान इस संक्रमण की वजह से गई है.
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