पूरी जंग में यूक्रेन के साथ-साथ रूस को भी बेहद नुकसान पहुंचा है. यूक्रेन ने दावा किया है कि लड़ाई में अब तक 7 रूसी जनरल मारे गए हैं. हालांकि, रूस ने अब तक केवल एक जनरल और एक अन्य वरिष्ठ नौसेना कमांडर की मौत की पुष्टि की है.
मारियुपोल में हालात बेहद खराब हैं. शहर के विनाश की तुलना सीरिया के अलेप्पो शहर से की जा रही है. यहां तक कि मृतकों को कब्रिस्तानों में ले जाना मुश्किल होने के चलते उन्हें मनोरंजन पार्कों और स्कूलों में दफनाया जा रहा है.
यूक्रेन ने दावा किया है कि लड़ाई में अब तक 7 रूसी जनरल मारे गए हैं. यूक्रेन की डिफेंस मिनिस्ट्री के मुकाबिक, जान गंवाने वाले सातवें रूसी जनरल लेफ्टिनेंट जनरल याकोव रेजांत्सेव थे, जो दक्षिणी शहर खेर्सोन के चोरनोबाइवका में लड़ाई के दौरान मारे गए.
हालांकि, रूस ने अब तक दो बार आधिकारिक तौर पर मौत का आंकड़ा दिया है. 2 मार्च को रूस ने कहा था कि उसके 500 सैनिक मारे गए थे. दूसरा बयान 25 मार्च को दिया, जिसमें केवल 1,351 सैनिकों की मौत की पुष्टि की गई.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वह पुतिन को सत्ता से हटाने वाले बयान को लेकर माफी नहीं मांगेंगे. बाइडन ने कहा- 'मैं अपनी बात से पीछे नहीं हट रहा हूं. मैंने तब भी ऐसा नहीं कहा था, और न ही अब...मैं नीति परिवर्तन की बात कर रहा हूं. मैंने जो महसूस किया, वो कहा और मैं इसके लिए माफी नहीं मांगूंगा.'
यूक्रेन ने मंगलवार से रूस के साथ शुरू हो रही वार्ता में सीजफायर का रास्ता खुलने की उम्मीद जताई है, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि पुतिन सुलह के मूड में नहीं हैं.
यूक्रेन को ब्रिटेन स्टार स्ट्रीक सिस्टम देगा. रूस ने परमाणु हमले की धमकियां दी हैं, जिसके बाद ब्रिटेन ने ये फैसला किया है. वहीं, यूक्रेन के सबसे बड़े टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइर पर साइबर अटैक हुआ है.
फियरलैस जर्नलिज्म के लिए नोबेल अवॉर्ड पाने वाले रूसी समाचार पत्र नोवाया गज़ेटा ने अपना पब्लिकेशन बंद कर दिया है.
अमेरिका ने जर्मनी में 6 नेवी इलेक्ट्रोनिक वॉरफेयर जेट और 240 सैनिक तैनात किए हैं. वहीं, जानकारी के अनुसार, रूस पर लगे पश्चिमी प्रतिबंधों के चलते कई रूसी लोग तुर्की और दुबई की प्रॉपर्टीज में इनवेस्ट कर रहे हैं.
रूस के हमले का समर्थन करने का प्रतीक 'Z' अक्षर प्रदर्शित करने वाले व्यक्तियों पर जर्मनी में मुकदमा चलाया जा सकता है.
एक स्वतंत्र रूसी मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में जेलेंस्की ने संभावित रियायत का संकेत देने के साथ यह भी कहा कि यूक्रेन की प्राथमिकता अपनी संप्रभुता को सुनिश्चित करने और मॉस्को को उनके देश के हिस्से को अलग करने से रोकना है.
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FIRST PUBLISHED : March 29, 2022, 07:50 IST