Turkey Syria Earthquake Live Update: तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या गुरुवार को 17,000 से अधिक हो गई. अधिकारियों और चिकित्सकों ने कहा कि सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप से तुर्की में 12,873 और सीरिया में 3,162 लोगों की मौत हो गई थी, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 16,035 हो गई है.
Turkey Syria Earthquake Live Update: तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या गुरुवार को 17,000 से अधिक हो गई. अधिकारियों और चिकित्सकों ने कहा कि सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप से तुर्की में 12,873 और सीरिया में 3,162 लोगों की मौत हो गई थी, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 16,035 हो गई है.
अधिक पढ़ें ...अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में मारे गए और घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त कीय उन्होंने कहा कि 100 से अधिक वर्षों में सबसे विध्वसंक भूकंप आया है. जो बाइडन ने कहा कि जैसे ही पहला भूकंप आया, मैंने तुर्की के राष्ट्रपति से बात की और पूर्ण रूप से समर्थन देने की बात की थी.
तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या गुरुवार को 16,000 से अधिक हो गई. अधिकारियों और चिकित्सकों ने कहा कि सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप से तुर्की में 12,873 और सीरिया में 3,162 लोगों की मौत हो गई थी, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 16,035 हो गई है.
संकट प्रबंधन के लिए ब्लॉक के आयुक्त जानेज लेनार्सिक ने कहा कि सीरिया को सहायता का एक नाजुक मुद्दा है. दमिश्क सरकार ने यूरोपीय संघ से मदद के लिए एक आधिकारिक अनुरोध किया है. संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और खाड़ी राज्यों सहित दर्जनों देशों ने मदद करने का संकल्प लिया है.
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने भूकंप के सबसे प्रभावित जगहों में से एक का दौरा किया. इस दौरान राहत कार्य में समस्याओं को स्वीकारते हुए कहा कि बेशक कमियां हैं. यह स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है.
तुर्की की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि बीते सोमवार को तुर्की में आए विध्वसंक तूफान के चलते अब तक 12,392 लोगों की मौत हो चुकी है.
तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप के चलते इस संकट की घड़ी में भारत सरकार ने तुर्की की ओर मदद का हाथ बढ़ाया है. भारत की तरफ से ऑपरेशन दोस्त के तहत इस अभियान को मानवीयता के आधार पर चलाया जा रहा है. भारत सरकार की तरफ से ना केवल तुर्की को मेडिकल मदद मुहैया कराई जा रही है. बल्कि खुद एनडीआरएफ की तीन टीमों को राहत-बचाव के लिए भेजा गया है.
ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन और उपराष्ट्रपति विलियम लाई तुर्की के भूकंप राहत प्रयासों के लिए एक महीने का वेतन दान करेंगे.
तुर्की के राष्ट्रपति ने भूकंप के बाद हालात संभालने को लेकर उठ रहे सवालों पर सरकार का बचाव किया. उन्होंने कहा कि इस स्तर तक की आपदा के लिए तैयार रहना असंभव है. आलोचकों का कहना है कि इमरजेंसी सेवाएं धीमी गति से काम कर रही हैं और सरकार की तैयारी भी सही नहीं थी.
सोमवार को आए विनाशकारी तूफान के चलते लाखों लोग प्रभावित हुए हैं. तुर्की के अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम में अदाना से पूर्व में करीब 450 किलोमीटर तक का क्षेत्र भूकंप के चलते प्रभावित हुआ है. करीब 13.5 मिलियन लोग भूकंप से प्रभावित हुए हैं.
सोमवार को आए विनाशकारी भूकंपों से प्रभावित लोगों को तुर्की के Hatay शहर में भारतीय सेना द्वारा बनाए गए फील्ड अस्पताल में घायलों का उपचार शुरू है.
#OperationDost | Medical treatment being given at Indian Army’s field hospital set up in Hatay, Turkey to the people affected by the devastating earthquakes. pic.twitter.com/3trCTnes4v
— ANI (@ANI) February 9, 2023
तुर्की के नूरदगी में एनडीआरएफ की टीमें खोज और बचाव अभियान चला रही हैं. सोमवार को तुर्की में आए विनाशकारी तूफान के बाद भारत सरकार की तरफ से एनडीआरएफ की तीन टीमें भेजी गई हैं. साथ ही प्रशिक्षित डॉग, दवाएं और अन्य जरूरी उपकरण भी साथ भेजे गए हैं.
#OperationDost | Search and rescue operation underway by NDRF teams in Turkey’s Nurdagi.
3 NDRF teams along with specially trained dog squads, medical supplies & other necessary equipment are sent to Turkey from India to provide assistance to people affected by the earthquakes. pic.twitter.com/Uifa0IItUK
— ANI (@ANI) February 9, 2023
न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक बीते सोमवार को आए तुर्की-सीरिया में विनाशकारी भूकंप के चलते अब तक 15 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
50 हजार से अधिक लोग घायल हो गए. मलबे के नीचे फंसी जिंदगियां अभी भी मदद की बाट खोज रही हैं. रिपोर्ट के मुताबिक करीब 1 लाख लोग रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं, जिसमें अलग-अलग देशों की टीमें भी हैं. अधिकांश तौर पर सीरिया में मलबे के नीचे फंसे हुए लोगों तक मदद नहीं पहुंच पा रही है. भारत, चीन और अमेरिका सहित कई देश तुर्की-सीरिया की मदद करने में जुटे हुए हैं.
वहीं तुर्की में जमा देने वाले तापमान के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन को बार-बार रोकना पड़ रहा है. लोग मलबों में दबे अपनों को पानी की बोतलें पहुंचा रहे हैं, ताकि कैसे भी उन्हें सुरक्षित निकाला जा सके. सोशल मीडिया पर मलबों के नीचे फंसे लोगों व बच्चों के कई वीडियो सामने आए हैं, जो हैरान कर देने वाले हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई बच्चों को सुरक्षित निकाला गया. तुर्की के राष्ट्रपति भूकंप पीड़ित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. वहीं तुर्की में राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. इसके अलावा कई प्रांतों में इमरजेंसी लागू कर दी गई है. वहीं WHO ने चेतावनी जारी की है. साथ ही अन्य देशों से मदद की गुहार भी लगाया है. पढ़ें तुर्की-सीरिया से जुड़े लाइव अपडेट्स…