अपने ही 4 बच्चों की हत्या करने पर मां को हुई थी सजा, अब बेकसूर बताकर रिहाई की मांग कर वैज्ञानिक

सांकेतिक तस्वीर
Serial Killer Kathleen Folbigg: कैथलीन फॉलबिग को अपने चार बच्चों कालेब, पैट्रिक, सारा और लॉरा की हत्या करने के जुर्म में जेल में डाल दिया गया था. बच्चों की उम्र 19 दिन से 19 महीने के बीच थी.
- News18Hindi
- Last Updated: March 9, 2021, 6:13 PM IST
कैनबरा. ऑस्ट्रेलिया की एक महिला कैथलिन फॉलबिग ( Serial Killer Kathleen Folbigg) को करीब 20 साल पहले अपने ही चार नवजात बच्चों की हत्या का दोषी पाया गया था. वो फिलहाल जेल में सज़ा काट रही हैं, लेकिन 90 विज्ञानिकों की टीम अब उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं. इन सबका कहना है कि फॉलबिग ने अपने बच्चों की हत्या नहीं की थी, बल्कि एक बेहद दुर्लभ जेनेटिक डिसऑर्डर के चलते उनकी मौत हुई थी. इन सब वैज्ञानिकों ने ऑस्ट्रेलियाई सरकारी को एक चिट्ठी लिखी है.
कैथलिन फॉलबिग साल 2003 से जेल में बंद हैं. कोर्ट ने उन्हें साल 1990 से 1999 के बीच अपने 4 बच्चों की हत्या का दोषी पाया था. वैज्ञानिकों का कहना है कि उनके बच्चों की नेचुरल डेथ हुई थी. इनके मुताबिक जेनेटिक म्यूटेशन के चलते इनकी मौत हुई. वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी हालत में लोगों की धड़कन अचानक रुक जाती है. इसके अलावा ऐसे मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होती है. ब्रिटेन के अखबार द गार्डियन से बात करते हुए एक वैज्ञानिक ने कहा कि ऐसा बहुत ही कम होता है कि चार बच्चों की इस तरह की जेनेटिक डिसॉर्डर से मौत हो जाए, लेकिन ऐसा हुआ है.
4 बच्चों की हत्या!कैथलीन फॉलबिग को उसके चार बच्चों कालेब, पैट्रिक, सारा और लॉरा की हत्या करने के कारण जेल में डाल दिया गया था. बच्चों की उम्र 19 दिन से 19 महीने के बीच थी. उन दिनों फॉलबिग पर आरोप लगा था कि उन्होंने गला घोंट कर बच्चों का मार दिया. कहा गया था कि उन्होंने गुस्से में ऐसा किया.
जज की दलील
कोर्ट में जज को हत्या से जुड़े कोई सबूत सीधे तौर पर नहीं मिले थे. लेकिन एक डायरी के पन्नों को आधार मान कर फॉलबिग को सजा सुनाई गई थी. डायरी में उन्होंने अपने गुस्से और निराशा के बारे में लिखा था. जब उनकी डायरी को उन्हें समझाने के लिए कहा गया, तो कैथलीन ने कहा कि उनका मानना है कि एक अलौकिक शक्ति उनके बच्चों को दूर ले गई थी.
कैथलिन फॉलबिग साल 2003 से जेल में बंद हैं. कोर्ट ने उन्हें साल 1990 से 1999 के बीच अपने 4 बच्चों की हत्या का दोषी पाया था. वैज्ञानिकों का कहना है कि उनके बच्चों की नेचुरल डेथ हुई थी. इनके मुताबिक जेनेटिक म्यूटेशन के चलते इनकी मौत हुई. वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी हालत में लोगों की धड़कन अचानक रुक जाती है. इसके अलावा ऐसे मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होती है. ब्रिटेन के अखबार द गार्डियन से बात करते हुए एक वैज्ञानिक ने कहा कि ऐसा बहुत ही कम होता है कि चार बच्चों की इस तरह की जेनेटिक डिसॉर्डर से मौत हो जाए, लेकिन ऐसा हुआ है.

जज की दलील
कोर्ट में जज को हत्या से जुड़े कोई सबूत सीधे तौर पर नहीं मिले थे. लेकिन एक डायरी के पन्नों को आधार मान कर फॉलबिग को सजा सुनाई गई थी. डायरी में उन्होंने अपने गुस्से और निराशा के बारे में लिखा था. जब उनकी डायरी को उन्हें समझाने के लिए कहा गया, तो कैथलीन ने कहा कि उनका मानना है कि एक अलौकिक शक्ति उनके बच्चों को दूर ले गई थी.