होम /न्यूज /दुनिया /भारत में फिर आने वाले हैं चीते! इस देश से हुआ समझौता, हर साल आएंगे दर्जनों चीते

भारत में फिर आने वाले हैं चीते! इस देश से हुआ समझौता, हर साल आएंगे दर्जनों चीते

लगभग 70 साल पहले चीता जैसी बड़ी बिल्ली की प्रजाति भारत से गायब हो गई थी. (फाइल फोटो)

लगभग 70 साल पहले चीता जैसी बड़ी बिल्ली की प्रजाति भारत से गायब हो गई थी. (फाइल फोटो)

South Africa: दक्षिण अफ्रीका के पर्यावरण विभाग ने एक बयान में कहा कि 'फरवरी 2023 में 12 चीतों को यहां से भारत पहुंचाया ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

दक्षिण अफ्रीका से जल्द भारत को दर्जनों चीते मिलने जा रहे हैं.
चीते को लाने के लिए दोनों देशों के बीच समझौता भी हो चुका है.
हर साल 12 अफ्रीकी चीतों को भारत लाया जाएगा.

केप टाउन: धरती पर सबसे तेज रफ्तार वाले जीव कहे जाने वाले चीते (Cheetah) की देश में लंबे अरसे के बाद वापसी हो रही है. भारत को आने वाले दिनों में दक्षिणी अफ्रीका से दर्जनों अफ्रीकी चीते मिलने जा रहे हैं. दोनों देशों के बीच समझौता भी हो चुका है. पर्यावरण विभाग ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. विभाग ने कहा ‘यह समझौता आठ से दस सालों तक का है. इस समझौते के तहत भारत में हर साल 12 चीते लाए जाएंगे.’ लगभग 70 साल पहले चीता जैसी बड़ी बिल्ली की प्रजाति भारत से गायब हो गई थी. पिछले साल नामीबिया से 8 चीते भारत लाए गए थे.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के पर्यावरण विभाग ने एक बयान में कहा कि ‘फरवरी 2023 में 12 चीतों को यहां (दक्षिण अफ्रीका) से भारत पहुंचाया जाएगा.’ मालूम हो कि पिछले साल सितंबर में नामीबिया से 5,000 मील (8,000 किमी.) की यात्रा के बाद मध्य भारत के कूनो नेशनल पार्क में आठ रेडियो-कॉलर वाले अफ्रीकी चीतों को छोड़ा गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर यह कार्य किया गया था. इन चीतों को ‘टेरा एविया’ के एक बेहद खास विमान में नामीबिया से पहले ग्वालियर लाया गया. जहां से दो हेलिकॉप्टरों के जरिये इन सभी को कूनो नेशनल पार्क पहुंचाया गया.

नामीबिया से लाए गए 8 में से एक मादा चीता दो दिन से बीमार, किडनी में इन्‍फेक्‍शन; कूनो अभयारण्‍य पहुंची स्‍पेशल टीम

8 में से एक मादा चीता बीमार
कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए 8 में से एक मादा चीता बीमार है. उसे पिछले 2 दिनों से किडनी में इन्फेक्शन, डिहाइड्रेशन है. उसके शरीर में पानी की कमी हो गई है.  इसकी सूचना लगते ही कूनो वन मंडल के अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया. मादा चीता के इलाज के लिए भोपाल वन विहार की टीम तुरंत पहुंच गई है. बताया जा रहा है कि मादा चीता को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है.

Tags: India, Namibia, South africa, World news

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें