काबुल. तालिबान (Taliban) ने बंदूक के दम पर अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा तो कर लिया, लेकिन अब सरकार चलाने में उसके पसीने छूट रहे हैं. तालिबान (Taliban) इन दिनों देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था (Afghanistan Economy) से जूझ रहा है. अमेरिका ने अफगानिस्तान के फंड फ्रीज कर लिए हैं, जिसके चलते सरकार चलाने तक में परेशानी आ रही है. ऐसे में तालिबान सरकार के सुर बदलने लगे हैं. तालिबान ने अमेरिका की ओर दोस्ती (Taliban-America Friendship) का हाथ बढ़ाया है.
अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी (Afghan Foreign Minister Amir Khan Muttaki)ने एक इंटरव्यू में कहा है कि उन्हें पुराने दुश्मन अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के साथ दोस्ताना रिश्तों से कोई परहेज नहीं है. बशर्तें अमेरिका अफगानिस्तान के लिए 75 हजार करोड़ रुपये के फंड को जल्द से जल्द जारी करे. ये फंड अमेरिका ने अगस्त में अफगानिस्तान में तालिबान राज के काबिज होने के बाद फ्रीज कर दिए थे. मुत्ताकी ने कहा कि अफगान लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. वैश्विक बिरादरी को मदद के लिए आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा कि नई सरकार अफगानिस्तान में महिला शिक्षा के प्रति संकल्पित है.
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तालिबान पहले जैसा नहीं
मुत्ताकी ने कहा कि इस बार तालिबान राज पहले जैसा नहीं है. हमने अपने में काफी बदलाव किया है. आज 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियां देश के 10 प्रांतों के स्कूल में जा रही हैं. उन्होंने कहा कि तालिबान सरकार ने सत्ता में काबिज होने के बाद बदले की भावना से कोई कार्रवाई नहीं की है.
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बैन लगाने से कुछ नहीं हासिल होगा
अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने कहा, ‘अफगानिस्तान के खिलाफ प्रतिबंध लगाने से कुछ नहीं मिलेगा. सत्ता हासिल करने के बाद पहले महीने में सरकार से कुछ गलतियां हुई हैं. सरकार अब अपनी गलतियों से सीखते हुए आगे बढ़ रही है. हम अफगानिस्तान को आगे ले जाने के लिए काम कर रहे हैं.’
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