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विश्व हिंदी सम्मेलन में जयशंकर से मिले फिजी के पीएम राबुका, चीन की चर्चा पर कहा- पीठ पीछे बात करना ठीक नहीं

फिजी के पीएम ने कहा कि वह बहुत भाग्यशाली हैं कि इतनी महत्वपूर्ण शक्ति और अर्थव्यवस्था उनसे बात कर रही है. (Photo: @DrSJaishankar)

फिजी के पीएम ने कहा कि वह बहुत भाग्यशाली हैं कि इतनी महत्वपूर्ण शक्ति और अर्थव्यवस्था उनसे बात कर रही है. (Photo: @DrSJaishankar)

World Hindi Conference: 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन के दौरान फिजी के प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों ने चीन पर कोई चर् ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

फिजी के PM ने दावा किया कि उन्होंने भारत के साथ अपनी बैठक के दौरान चीन पर चर्चा नहीं की
पीएम ने कहा, हमने सोचा कि किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में बात करना बुरा व्यवहार होगा जो मौजूद नहीं है
राबुका ने भारत के साथ संबंधों को सराहा और 'महान पुराने मित्र' भारत को धन्यवाद दिया

नई दिल्ली. फिजी के प्रधानमंत्री सित्वेनी राबुका (Prime Minister Sitiveni Rabuka) ने आज विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ अपनी बैठक के बारे में बताया. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अपनी बैठक के दौरान चीन (China) पर चर्चा नहीं की. इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि उन्हें ऐसा लगा कि किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में बात करना ‘बुरा व्यवहार’ होगा जो वह मौजूद नहीं है. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राबुका ने कहा कि जयशंकर (S Jaishakar) के साथ बातचीत के दौरान चीन के मुद्दे पर बातचीत नहीं हुई. फिजी के पीएम ने कहा कि हमने सोचा कि किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में बात करना बुरा व्यवहार होगा जो वहां मौजूद ही नहीं है. उन्होंने बताया कि दोनों देशों ने स्वयं के सहयोग के बारे में बात की और वह बहुत भाग्यशाली हैं कि इतनी महत्वपूर्ण शक्ति और अर्थव्यवस्था उनसे बात कर रही है.

राबुका ने भारत के साथ संबंधों को सराहा और ‘महान पुराने मित्र’ भारत को धन्यवाद दिया. राबुका ने कहा, “हमारे बहुत पुराने दोस्त हैं. इस क्षेत्र में वास्तव में कोई नया मित्र नहीं है. हम भारत के मित्र रहे हैं. चीन से हमारी दोस्ती रही है. हम अपने रिश्ते को जारी रखेंगे.” उन्होंने फिजी में 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन (World Hindi Conference) की सह-मेजबानी में सहयोग के लिए प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) और भारत सरकार की भी सराहना की.

वहीं भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि फिजी सामूहिक प्राथमिकताओं के माध्यम से हमारे प्रशांत क्षेत्र के विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की सराहना करता है. उन्होंने कहा कि भारत और फिजी, प्रशांत और उससे आगे परिवारों के लिए एक मजबूत और स्थायी भविष्य बनाने के लिए पहले से कहीं अधिक संकल्पित हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें विश्वास है कि दोनों देशों द्वारा गहन सहयोग के माध्यम से इस तरह की कई और पहल की जाएंगी. जयशंकर 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण प्रशांत द्वीपसमूह राष्ट्र की तीन दिवसीय यात्रा पर थे. उन्होंने फिजी के पीएम से मुलाकात की और दोनों ने एक संयुक्त प्रेस मीट को संबोधित किया, जहां जयशंकर ने रेखांकित किया कि दोनों देशों के बीच लोगों से लोगों के जुड़ाव के माध्यम से “घनिष्ठ और दीर्घकालिक संबंध” साझा किए गए हैं. दोनों नेताओं ने वीजा छूट समझौते का भी आदान-प्रदान किया.

Tags: EAM S Jaishankar, Fiji, Hindi Diwas, India

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