नई दिल्ली: अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट (Sri lanka economic crisis) का सामना कर रहा श्रीलंका अब हिंसा (violence) की चपेट में आता हुआ दिख रहा है. सोमवार को महिंदा राजपक्षे (PM Mahinda Rajapaksa) के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई. इस घटना में कई लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग बुरी तरह से घायल हो गए. विपक्ष और जनता के भारी दवाब के बाद सोमवार को महिंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
देशभर में आर्थिक संकट को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारी 9 अप्रैल से शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे. तभी इन खबरों के बाद हिंसा भड़क उठी कि प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे पद से इस्तीफा दे सकते हैं. पीएम के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प होने के बाद देशभर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया. हिंसा का काबू में करने के लिए सेना को तैनात किया गया.
यहां पढ़ें हिंसाग्रस्त देश की प्रमुख घटनाएं
सांसद ने प्रदर्शनकारियों को गोली मारी
राजधानी कोलंबो से निकलते हुए सोमवार को सत्तारूढ़ दल के सांसद अमरकीर्ति अथुकोरला के वाहन को कुछ प्रदर्शनकारियों ने रोकने की कोशिश की. इस दौरान सांसद ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चला दी. इसमें एक 27 वर्षीय व्यक्ति की जान चली गई जबकि वहीं दो अन्य घायल हो गए. पुलिस ने कहा कि विधायक ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. इस घटना में सांसद की भी लेकिन पार्टी का कहना है कि उनकी हत्या की गई है.
राजनेताओं के घर आग के हवाले
प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बाद प्रदर्शनकारियों ने महिंदा राजपक्षे के हबनटोटा स्थित पैतृक आवास में आग लगा दी. देश में कर्फ्यू घोषित होने के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने सत्ता धारी नेताओं के करीब 41 घरों को आग के हवाले कर दिया. घरों में खड़े वाहन भी जल गए. एक मंत्री के जलते घर के बाहर खड़े एक शख्स ने पत्रकारों से कहा कि ऐसा कदम हमें पहले उठाना चाहिए था.
श्रीलंकाई मीडिया ने यह भी बताया कि कोलंबो में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास ‘टेंपल ट्रीज’ के पिछले गेट के पास आग लग गई. खबर में कहा गया है कि पुलिस ने पानी की बौछारें छोड़ने के लिए वाहन बुलाए हैं लेकिन सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी वाहनों पर भी हमला कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों ने बादुल्ला जिला के सांसद तिस्सा कुटियाराच के आवास पर भी हमला किया और बाद में आग लगा दी. पुट्टलम के सांसद संथा निशांत का घर आगजनी से पूरी तरह तबाह हो गया.
राजपक्षे संग्रहालय नष्ट
महिंदा राजपक्षे के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प के बाद देश के हालात और भी गंभीर बन गए. पुलिस ने जानाकरी देते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों ने सत्ताधारी परिवार के पैतृक गांव मेदा मुलाना में राजपक्षे से संबंधित एक संग्राहलय को भी बुरी तरह से नष्ट कर दिया. वहां मौजूद राजपक्षे के माता पिता की दो मोम की मूर्तियों को चपटा दिया गया और पैतृक घर के साथ तोड़ फोड़ की गई. उत्तर-पश्चिमी शहर कुरुनेगला में राजपक्षे का एक राजनीतिक कार्यालय को भी आग के हवाले कर दिया गया.
देश के मुख्य प्रतीक द्वार पर हमला
भीड़ ने कोलंबो में प्रधान मंत्री के आधिकारिक टेंपल ट्री निवास के मुख्य द्वार जो कि संकट ग्रस्त देश का एक मुख्य प्रतीक है वहां मौजूद सुरक्षाबलों के एक ट्रक पर आग लगा दी. मुख्य द्वार पर मौजूद हजारों प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाई फायरिंक की. बताजा जा रहा है कि कुछ आंसू गैस के गोले सड़क उस पार मौजूद अमेरिकी दूतावास में गिरे लेकिन इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने महिंदा राजपक्षे के सहयोगी के होटल पर आग लगा दी.
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