डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई शुरू, टीवी पर हुआ सीधा प्रसारण
News18Hindi Updated: November 13, 2019, 11:32 PM IST

डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन और उनके पुत्र के ख़िलाफ़ जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव बनाया. फोटो. रॉयटर्स
अमेरिकी संसद (US House) के निचले सदन में 24 सितंबर से डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ बंद कमरे में सुनवाई हो रही थी. डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों का कहना था कि ट्रंप के खिलाफ सुबूत मिले हैं. वहीं रिपब्लिकन पार्टी पक्षपात का आरोप लगा रही थी. अब बंद कमरे से निकलकर सुनवाई सार्वजनिक मंच पर पहुंच गई है.
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- Last Updated: November 13, 2019, 11:32 PM IST
वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ महाभियोग जांच की सुनवाई सार्वजनिक हो गई. बुधवार को अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा/ हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (US House of Representatives) में सुनवाई हुई, जिसे पूरे देश ने टीवी पर देखा. ये अमेरिका में एक नए कदम है जो कि उसके राष्ट्रपति पद के भाग्य का निर्धारण कर सकता है. शुक्रवार को भी महाभियोग (impeachment) की जांच की सुनवाई खुले में होगी, जिसे पूरा देश देखेगा. प्रतिनिधि सभा ने जांच के लिए तीन यूएस डिप्लोमेट को समन जारी किया है. अमेरिकी संसद के निचले सदन में 24 सितंबर से डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ बंद कमरे में सुनवाई हो रही थी. डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों का कहना था कि ट्रंप के खिलाफ सुबूत मिले हैं. वहीं रिपब्लिकन पार्टी पक्षपात का आरोप लगा रही थी. अब बंद कमरे से निकलकर सुनवाई सार्वजनिक मंच पर पहुंच गई है.
माना जा रहा है कि इस सुनवाई को अमेरिका में लाखों लोगों ने देखा. जांच में शामिल हाउस ऑफ इंटेलिजेंस कमेटी के चेयरमैन एडम शिफ ने इस ऐतिहासिक सत्र की शुरुआत की. इस सुनवाई के दौरान कमरा पत्रकारों, वकीलों और दूसरे सदस्यों से खचाखच भरा हुआ था. एडम शिफ ने अपने शुरुआती भाषण में कहा, इस महाभियोग जाँच में प्रश्न हैं कि क्या राष्ट्रपति ट्रम्प ने फायदा उठाने और चुनावों में यूक्रेन के हस्तक्षेप को आमंत्रित करने की मांग की?
ये है अमेरिकी राष्ट्रपति पर आरोप
अमेरिकी राष्ट्रपति पर आरोप है कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन और उनके पुत्र के ख़िलाफ़ जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव बनाया. अमरीकी राष्ट्रपति इस आरोप से इनकार करते हैं. शीर्ष राजनयिक बिल टेलर और जॉर्ज केंट हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स के सांसदों के सामने पेश हुए सबसे पहले गवाहों में शामिल हैं. जॉर्ज केंट अमरीका की यूक्रेन नीति के प्रभारी हैं.इस मामले में दो अहम गवाह हैं. विलियम टेलर और जॉर्ज केंट. विलियम टेलर यूक्रेन में यूएस डिप्लोमेट हैं. जॉर्ज केंट डिप्टी असिस्टेंट कमिश्नर हैं. यही दोनों पहले गवाही देंगे, इसी से पता चलेगा कि क्या ट्रम्प ने अनुचित रूप से यूक्रेन पर अपने राजनीतिक लाभ के लिए दबाव डाला. टेलर और मैरी ने ट्रंप के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए थे. यह सुनवाई डेढ़ घंटे तक चली. इसमें शिप और नंस दोनों को गवाहों से 45-45 मिनट तक बारी-बारी से पूछताछ करने का मौका मिलेगा. दोनों अपने समय में से कुछ वक्त अपने वकीलों को भी दे सकते हैं.
क्या होता है महाभियोग?
महाभियोग से अमेरिकी राष्ट्रपति को उनके दफ़्तर से हटाया जा सकता है. ये दो चरणों में होने वाली प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया को कांग्रेस के दो सदन पूरा करते हैं. महाभियोग पहला चरण है और राजनीतिक प्रक्रिया दूसरा चरण है. पहले चरण में निचला सदन यानी हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेन्टेटिव्स के नेता राष्ट्रपति पर लगे आरोपों को देखते हैं और तय करते हैं कि राष्ट्रपति पर औपचरिक तौर पर आरोप लगाएंगे या नहीं. इसे कहा जाता है, "महाभियोग के आरोपों की जांच आगे बढ़ाना."इसके बाद ऊपरी सदन, सीनेट इस मामले को आगे बढ़ाते हुए जांच करता है कि राष्ट्रपति दोषी हैं या नहीं. अगर वो दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें पद छोड़ना होता है और उनकी जगह उप राष्ट्रपति को कार्यभार संभालते हैं.
माना जा रहा है कि इस सुनवाई को अमेरिका में लाखों लोगों ने देखा. जांच में शामिल हाउस ऑफ इंटेलिजेंस कमेटी के चेयरमैन एडम शिफ ने इस ऐतिहासिक सत्र की शुरुआत की. इस सुनवाई के दौरान कमरा पत्रकारों, वकीलों और दूसरे सदस्यों से खचाखच भरा हुआ था. एडम शिफ ने अपने शुरुआती भाषण में कहा, इस महाभियोग जाँच में प्रश्न हैं कि क्या राष्ट्रपति ट्रम्प ने फायदा उठाने और चुनावों में यूक्रेन के हस्तक्षेप को आमंत्रित करने की मांग की?
ये है अमेरिकी राष्ट्रपति पर आरोप
अमेरिकी राष्ट्रपति पर आरोप है कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन और उनके पुत्र के ख़िलाफ़ जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव बनाया. अमरीकी राष्ट्रपति इस आरोप से इनकार करते हैं. शीर्ष राजनयिक बिल टेलर और जॉर्ज केंट हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स के सांसदों के सामने पेश हुए सबसे पहले गवाहों में शामिल हैं. जॉर्ज केंट अमरीका की यूक्रेन नीति के प्रभारी हैं.इस मामले में दो अहम गवाह हैं. विलियम टेलर और जॉर्ज केंट. विलियम टेलर यूक्रेन में यूएस डिप्लोमेट हैं. जॉर्ज केंट डिप्टी असिस्टेंट कमिश्नर हैं. यही दोनों पहले गवाही देंगे, इसी से पता चलेगा कि क्या ट्रम्प ने अनुचित रूप से यूक्रेन पर अपने राजनीतिक लाभ के लिए दबाव डाला. टेलर और मैरी ने ट्रंप के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए थे. यह सुनवाई डेढ़ घंटे तक चली. इसमें शिप और नंस दोनों को गवाहों से 45-45 मिनट तक बारी-बारी से पूछताछ करने का मौका मिलेगा. दोनों अपने समय में से कुछ वक्त अपने वकीलों को भी दे सकते हैं.
क्या होता है महाभियोग?
महाभियोग से अमेरिकी राष्ट्रपति को उनके दफ़्तर से हटाया जा सकता है. ये दो चरणों में होने वाली प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया को कांग्रेस के दो सदन पूरा करते हैं. महाभियोग पहला चरण है और राजनीतिक प्रक्रिया दूसरा चरण है. पहले चरण में निचला सदन यानी हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेन्टेटिव्स के नेता राष्ट्रपति पर लगे आरोपों को देखते हैं और तय करते हैं कि राष्ट्रपति पर औपचरिक तौर पर आरोप लगाएंगे या नहीं. इसे कहा जाता है, "महाभियोग के आरोपों की जांच आगे बढ़ाना."
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First published: November 13, 2019, 11:32 PM IST
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