अबू धाबी के शासक और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान का शुक्रवार को 73 साल की उम्र में निधन हो गया. वह 3 नवंबर 2004 से ये पद संभाल रहे थे. उन्हें अमेरिका समेत पश्चिमी देशों और भारत का मित्र माना जाता था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘महान व दूरदर्शी राजनेता’ बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी. भारत सरकार ने उनके निधन पर एक दिन के राष्ट्रीय शोक की भी घोषणा की है. यूएई में 40 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. आइए बताते हैं, शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के बारे में 5 सबसे रोचक बातें.
अमीरात के 16वें शासक
1948 में जन्मे शेख खलीफा यूएई के दूसरे राष्ट्रपति और अबू धाबी अमीरात के 16वें शासक थे. यूएई का राष्ट्रपति बनने के बाद शेख खलीफा ने संघीय सरकार और अबू धाबी की सरकार के पुनर्गठन में बड़ी भूमिका निभाई थी. उनके शासन में यूएई ने विकास की नई बुलंदियों को छुआ. वह यूएई के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान के सबसे बड़े बेटे थे. पिता के निधन के बाद शेख खलीफा 3 नवंबर, 2004 को यूएई के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक बने. शेख खलीफा पिछले कई सालों से बीमार थे. 2014 में स्ट्रोक के बाद उनकी सर्जरी हुई थी. तब से वह कभी-कभार ही सार्वजनिक रूप से नजर आते थे.
दौलत इतनी कि हर कोई चकरा जाए
शेख खलीफा दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक माने जाते हैं. उनके पास कुल कितनी संपत्ति है, इसका कोई सटीक आंकड़ा नहीं है. लेकिन फोर्ब्स की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि उनकी कुल संपत्ति 830 अरब डॉलर से ज्यादा की है. रुपये में गिनें तो ये रकम लगभग 64 हजार अरब रुपये बैठती है. ये रकम पाकिस्तान के कुल बजट से 18 गुना ज्यादा बताई जाती है कि है. इसमें 97.8 अरब डॉलर से ज्यादा के निजी तेल भंडार भी शामिल हैं. बीबीसी के मुताबिक, शेख खलीफा की संपत्ति 150 अरब डॉलर से ज्यादा की है.
बुर्ज दुबई ऐसे बना बुर्ज खलीफा
दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा से भी शेख खलीफा का खास संबंध है. इस इमारत का नाम पहले बुर्ज दुबई था. लेकिन शेख खलीफा को सम्मान देने के लिए इसका नाम बदलकर बुर्ज खलीफा कर दिया गया. दरअसल 2009 में पूरी दुनिया में आर्थिक संकट के दौरान दुबई की अर्थव्यवस्था भी खतरे में पड़ गई थी. तब शेख खलीफा ने अरबों डॉलर की मदद देकर दुबई को बर्बाद होने से बचाया. तब दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशित अल-मख्तूम ने 2010 में शेख खलीफा के सम्मान में सबसे ऊंची इमारत का नाम बदलकर बुर्ज खलीफा कर दिया.
UAE और दुबई को दी नई पहचान
रेगिस्तानी इलाके से भरपूर यूएई पर कभी अंग्रेजों का राज हुआ करता था. लेकिन अपनी तेल संपदा और बेहतर शासन की बदौलत दुबई अरब वर्ल्ड की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया. उसने मिस्र, इराक और सीरिया जैसी पारंपरिक ताकतों की जगह लेते हुए अपना राजनीतिक प्रभाव भी काफी बढ़ा लिया. शेख खलीफा सात शेखों में से सबसे बड़े और सबसे धनी थे, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात शामिल था. संयुक्त अरब अमीरात का राष्ट्रपति बनने के बाद शेख खलीफा ने देश और अबू धाबी की सरकार में कई बड़े सुधार करवाए. उनके शासनकाल में संयुक्त अरब अमीरात में विकास की रफ्तार काफी तेज हुई.
शेख खलीफा की गद्दी कौन संभालेगा?
शेख खलीफा का उत्तराधिकारी कौन होगा, इसका आधिकारिक ऐलान अभी नहीं हुआ है. लेकिन उनके सौतेले भाई शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को इस पद का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है. शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान फिलहाल अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई आर्म्ड फोर्स के डिप्टी सुप्रीम कमांडर हैं. 30 दिन के अंदर सातों अमीरात की फेडरल काउंसिल की बैठक होगी, जिसमें नए राष्ट्रपति का ऐलान किया जाएगा. तब तक उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम राष्ट्रपति के तौर पर कामकाज संभालेंगे.
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