मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों पर WHO ने जताई चिंता (फाइल फोटो)
जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यूरोप समेत कुछ देशों में मिले मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) के मामलों पर चिंता जताई है. हालांकि WHO ने कहा कि फिलहाल यह वायरस रडार में है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ टेड्रोस अदनोम ने संवाददाताओं से कहा, जांच जारी है, लेकिन कई देशों में एक ही समय में मंकीपॉक्स की अचानक उपस्थिति से पता चलता है कि कुछ समय के लिए इस वायरस का अनिर्धारित संचरण हो सकता है.
एजेंसी ऑफ फ्रांस प्रेस के अनुसार, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि चूंकि ब्रिटेन ने पहली बार 7 मई को मंकीपॉक्स मामले की सूचना दी थी. इसके बाद पश्चिम और मध्य अफ्रीकी देशों के बाहर 30 देशों में बीमारी के 550 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई. डब्ल्यूएचओ ने प्रभावित देशों से सर्विलांस बढ़ाने की अपील की है.
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी के शीर्ष मंकीपॉक्स विशेषज्ञ रोसमंड लेविस ने कहा कि यूरोप और अन्य देशों में इतने सारे मामलों की उपस्थिति “स्पष्ट रूप से चिंता का कारण है और यह कुछ समय के लिए अनिर्धारित संचरण का सुझाव देता है.”
समलैंगिक पुरुष संक्रमण के शिकार
अब तक पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में इस वायरस के ज्यादातर मामले सामने आए हैं, हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मंकीपॉक्स वायरस यौन संबंधों से संचारित होता है.
मंकीपॉक्स पर ब्रिटेन ने जारी की नई गाइडलाइन, कहा-बीमारी होने पर यौन संबंध से परहेज करें
लुईस ने कहा कि, हम सभी सामूहिक रूप से इस वायरस के ट्रांसमिशन को रोकने के लिए मिलकर काम करें. वहीं चेचक के लिए विकसित वैक्सीन भी मंकीपॉक्स को रोकने में लगभग 85 प्रतिशत प्रभावी पाई गई है लेकिन उनकी आपूर्ति कम है.
मंकीपॉक्स वायरस से मृत्यु दर आमतौर पर काफी कम है और किसी भी देश में अब तक इस बीमारी से कोई भी मौत की सूचना नहीं मिली है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Coranavirus, Virus, WHO