जोहान्सिबर्ग. दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के कारण लगे देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) के चलते गैंडों (Rhino) की हत्याओं (Murder) में नाटकीय रूप से कमी आई है. इस कमी के बावजूद विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे-जैसे देश खुल रहा है, पृथ्वी के सबसे लुप्तप्राय स्तनधारियों का अवैध शिकार दुबारा शुरू हो सकता है. मंगलवार को विश्व गैंडा दिवस (World Rhino Day) के मौके पर दक्षिण अफ्रीका के अधिकारियों और वन्यजीव कार्यकर्ताओं का कहना था कि देश में गैंडों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किये रहे हैं. देशव्यापी लॉकडाउन के कारण गैंडों के शिकार में आई कमी
दक्षिण अफ्रीका में कोरोनोवायरस का मुकाबला करने के लिए मार्च के अंत में देशव्यापी लॉकडाउन किया गया था और सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू यात्राओं पर रोक लगा दी गई थी. देश धीरे-धीरे फिर से खुल गया है और 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी आने की अनुमति दे दी गई है.
छह महीने में गैंडों के शिकार में आई भारी कमी
पर्यावरण, वानिकी और मत्स्य पालन विभाग के प्रवक्ता अल्बी मोडिस ने कहा कि लॉकडाउन ने हमें एक अवसर दिया. इस दौरान किसी तरह का अंतरराष्ट्रीय या स्थानीय पर्यटन की अनुमति नहीं थी. लॉकडाउन के कारण शिकारियों को भी इधर-उधर जाने से रोका गया था. मोडिस ने कहा कि इस तरह हम अपने सुरक्षात्मक उपायों को पूरा करने में सक्षम हो पाए. पर्यावरण विभाग के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2020 के शुरूआती छह महीनों में शिकारियों द्वारा मारे गए दक्षिण अफ्रीकी गैंडों की संख्या पिछले वर्ष के मुकाबले 50% से 166% तक कम हो गई है. मोडिस ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि हमें इस बात का एहसास है कि जैसे ही देश खुलेगा गैंडों के अवैध शिकार के संभावित खतरे को दूर करने के लिए हमें अपने उपायों को बढ़ाने की जरूरत है.
दक्षिण अफ्रीका में 20 हजार गैंडे हैं
दक्षिण अफ्रीका में दुनिया के गैंडे की कुल आबादी का 80 फीसदी पाए जाते हैं. गैंडे के सींगों का अवैध अंतरराष्ट्रीय व्यापार करने के लिए जानवरों को मारने से जुड़े मामले से प्रशासन त्रस्त है. गैंडे केन्या, नामीबिया और जिम्बाब्वे में भी पाए जाते हैं.
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सेव द राइनो संगठन के मुख्य कार्यकारी कैथी बीन ने कहा कि कोरोनावायरस के कारण आई आर्थिक मंदी और पर्यटन में आई कमी के चलते बहुत से लोग हताश हैं. यह आबादी अवैध शिकार की ओर मुड़ सकती है. दक्षिण अफ्रीका गैंडों, हाथियों और अन्य जानवरों को शिकारियों से बचाने के लिए अवैध शिकारी दस्ते तैनात कर रहा है. क्वाज़ुलु-नटाल प्रांत में, हुलहुलेवे-आईमोलोज़ी पार्क के चारों ओर एक तकनीकी रूप से उन्नत स्मार्ट बाड़ा बनाया जा रहा है. यह पार्क में घुसपैठियों को रोकने में मदद करेगा.undefined
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Tags: Save environment, South africa, Wildlife department
FIRST PUBLISHED : September 22, 2020, 19:37 IST