कुदरत की बनाई दुनिया तरह-तरह के रंगो से भरी हुई है. कहीं प्रकृति हैरान करती है तो कहीं मानव की बनाई मशीनें. चीन का यह अजीबो-गरीब कैप्सूल होटल अपनी बनावट की वजह से चर्चा में तो खूब रहा, लेकिन फायर सेफ्टी स्टैंडर्ड्स पर खरा न उतर पाने के कारण इसको व्यापार के लिए लाइसेंस नहीं मिल सका. <strong>सभी फोटो AP से</strong>
सबसे पहले जापान में चलन में आए इस तरह के होटलों की संरचना मुर्दाघरों की तरह होती है. शंघाई का यह कैप्सूल होटल केवल 300 स्क्वायर मीटर बड़ा है. रिपोर्टों के मुताबिक चीन में अपनी तरह का यह पहला होटल है.
होटल के मालिक टा जान कहते हैं कि फायर कंट्रोल ब्यूरो के लाइसेंस के बगैर वे इस होटल को व्यापारिक उद्देश्य के लिए नहीं खोल सकते.
टा ने कहा कि होटल में स्मोक डिटेक्टर्स, इमरजेंसी लाइट, फायर हाइड्रैंट्स और फायर एक्सटिंगविशर की सुविधा मौजूद है. बावजूद इसके टेस्ट में पाया गया कि आग होटल को एक मिनट के अंदर गिरफ्त में ले लेगी.
हालांकि होटल में आग से निपटने के लिए तमाम चीजें मौजूद हैं लेकिन फायर इंस्पेक्शन में पाया गया कि दरअसल इसे बनाने में ज्वलनशील प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है जो बेहद खतरनाक है.
Karnataka Election 2018: ना बीजेपी ना कांग्रेस, इस पार्टी का कैंडिडेट है सबसे दौलतमंद
13 सिक्कों की अनोखी कहानी जिसने सचिन को बना दिया 'क्रिकेट का भगवान'
भारतीय इतिहास का रोचक केस: पति को पीट-पीटकर मार डाला, लेकिन कानून ने नहीं माना हत्यारन
5 स्टार होटल में होगी सोनम कपूर की संगीत सेरेमनी, 7000 Sq.Ft के अपार्टमेंट में लगेगी मेहंदी