Fascinating Things About Turkey: इस्लामिक देश तुर्की इस वक्त भूकंप से आई तबाही की वजह से सुर्खियों में है. इस खूबसूरत और ऐतिहासिक देश में भूकंप से आई तबाही की वजह से हज़ारों लोगों की मौत हो चुकी है. तुर्की और सीरिया की मदद के लिए बहुत से देश आगे आ रहे हैं, ताकि कभी खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर पहचाना जाने वाला टर्की एक बार फिर उठकर खड़ा हो जाए. आइए आपको इसी देश के बारे में कुछ बेहद दिलचस्प तथ्य बताते हैं.
चाय पीने के मामले में तुर्की के लोग सबसे आगे रहते हैं. यहां देश की लगभग 96 फीसदी जनता हर रोज़ चाय पीती है और पूरी दुनिया में ये सबसे ज्यादा है. यहां का एक नागरिक दिन में 5 से 10 कप तक चाय पी जाता है.
टर्की का मशहूर शहर इस्तांबुल को बायज़ेनटियम के नाम से भी जाना जाता है. इस शहर का नाम बदलकर कॉन्स्टैंटिनोपल कर दिया गया था. बाद में साल 1930 में इसका नाम बदलकर इस्तांबुल कर दिया गया.
तुर्की का राष्ट्रीय फूल ट्यूलिप है, इसे टर्किश में तुलबेंद नाम के शब्द से लिया गया है. तुलबेंद का मलब धुंधला या मलमल होता है.
अब उन लोगों के लिए जानकारी, जो सामान्य ज्ञान में कनफ्यूज़ रहते हैं. अक्सर लोग तुर्की की राजधानी इस्तांबुल को समझ बैठते हैं लेकिन इस देश की राजधानी अंकारा है, हालांकि यहां का सबसे बड़ा शहर इस्तांबुल है. इस्तांबुल दो महाद्वीपों में आता है -एशिया और यूरोप. वैसे तुर्की का ही 95 फीसदी हिस्सा एशिया में है और 5 फीसदी यूरोप में
ऑइल रेस्लिंग तुर्की का राष्ट्रीय खेल है. पिछले 650 सालों से यह तुर्की में खेला जाता रहा है. यूं तो ये हमारी कुश्ती की तरह ही है, लेकिन इसमें प्रतियोगी अपने शरीर पर तेल लगाकर कुश्ती करते हैं. साथ ही कैमल रेस्लिंग (ऊंटो कि कुश्ती) और बुल रेस्लिंग (सांडों कि कुश्ती) भी तुर्की में खेलते हैं.
तुर्की विश्व की कुछ बहुत सुंदर मस्जिदों का घर है. तुर्की में 82,000 से ज्यादा मस्जिदें बनी हुई हैं. इन सभी में से इस्तानबुल का सुल्तानामेत मस्जिद विश्व की सबसे प्रसिद्ध मस्जिद हैं. इस मस्जिद को नीली मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है.
तुर्की में लोग पीते भले ही चाय ज्यादा हैं, लेकिन यूरोप में 16वीं सदी में तुर्क ही कॉफी लेकर आए थे. यहां की मोचा कॉफी मशहूर है. इतना ही नहीं एक वक्त में यहां ही महिलाओं को अपने पतियों से सिर्फ इस आधार पर कानूनी तलाक मिल जाता था कि वो उनके लिए कॉफी नहीं ला सकते.
तुर्की में "नज़र बोनकुगू", या "बुरी नज़र", पिघले हुए कांच, लोहे और तांबे से बना एक पत्थर है. 3000 साल पुरानी परंपरा के अनुसार इसे बुरी ताकतों से बचने के लिए पहना जाता है. मान्यता है कि नीले रंग के पत्थर में नकारात्मक ऊर्जा से बचाने की शक्ति होती है. तुर्की आने वाले इसे सबसे ज्यादा खरीदते हैं.
टर्की विश्व का सबसे बड़ा हेज़लनट उत्पादक देश है. विश्व का तकरीबन 75 प्रतिशत हेज़लनट टर्की में ही उगता है. यहां हेज़लनट का उत्पादन काला सागर के किनारे होता है और 60 फीसदी हेज़लनट बेच दिया जाता है.
टर्की में भी सबसे अजीबोगरीब मान्यताएं भी हैं. ऐसी ही एक मान्यता के अनुसार टर्की के लोग अपने नवजात शिशु के तकिये के नीचे एक कछुआ रखते हैं. मान्यता के अनुसार कछुए को बच्चे के तकिये के नीचे रखने से उसकी रक्षा होती है. (All Photos Credit- Shutterstock)